मिक्सिंग कोयले की जांच में दिलचस्पी नही दिखा रहा खनिज अमला पूर्व की तरह जांच के मामले में लीपापोती करने की चल रही कवायद, कोल कारोबारी दफ्तर कर रहे हैं परिक्रमा

मिक्सिंग कोयले की जांच में दिलचस्पी नही दिखा रहा खनिज अमला पूर्व की तरह जांच के मामले में लीपापोती करने की चल रही कवायद, कोल कारोबारी दफ्तर कर रहे हैं परिक्रमा

निष्पक्ष जान अवलोकन! सिंगरौली । बरगवां के गोंदवाली कोलयार्ड में पॉच दिन पूर्व कोयला का सेम्पल जांच कराने के लिए लिया गया, लेकिन अभी तक खनिज अमला कोयले के सेम्पल की जांच कराने के लिए कोई दिलचस्पी नही ले रहा है। चर्चाएं है कि कोल कारोबारी खनिज दफ्तर का परिक्रमा कर रहे हैं। उनका प्रयास है कि मामले को रफा दफा कर दिया जाये। गौरतलब है कि पिछले दिनों कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला के कड़े निर्देश पर खनिज राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम कोलयार्ड गोंदवाली पहुंची थी। जहां आरोप है कि कोल कारोबारी कोयले के मिक्सिंग का खेल जमकर कर रहे हैं। इस तरह की शिकायतें काफी दिनों से मिल रही थी, लेकिन जिला खनिज अमला शिकायतों को नजरअंदाज करता आ रहा है। अब जब कलेक्टर के कड़े फटकार के बाद संयुक्त टीम ने कोलयार्ड पहुंच सेम्पल तो ले लिया है, लेकिन सेम्पल की जांच कराने के लिए खनिज अमला कोई दिलचस्पी नही ले रहा है। इसके पीछे कई कारण बताये जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि अघोर एवं महाकाल, मॉ काली सहित अन्य कोल कारोबारी खनिज दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं। जिसके चलते अभी तक सेम्पल जांच के लिए कहीं नही भेजा गया। यहां बताते चले कि मौजूदा खनिज अधिकारी उक्त मामले को लेकर गंभीर नही है। दो महीने पूर्व भी कोल संबंधी शिकायत में खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसीलिए लोग अब धीरे-धीरे मौजूदा खनिज अधिकारियों के कार्यप्रणाली से शिकायत कर्ताओं का भी विश्वास उठता जा रहा है। इस बात का आशंका जता रहे हैं कि पूर्व भांति उक्त मामले में खनिज विभाग लीपापोती न कर दें। बहरहाल कोयले की सेम्पल की जांच के लिए खनिज विभाग के सुस्त कार्रवाई इन दिनों चर्चाओं का विषय बना हुआ है।