हनुमान जयंती 2025: भक्ति और शक्ति का पर्व

हनुमान जयंती 2025: भक्ति और शक्ति का पर्व

निष्पक्ष जन अवलोकन।मनोज अग्रहरी। आज, 12 अप्रैल, 2025 को पूरे भारतवर्ष में हनुमान जयंती का पावन पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान हनुमान के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है, जो भगवान राम के अनन्य भक्त और शक्ति, भक्ति व सेवा के प्रतीक हैं। महत्व: हनुमान जयंती का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को बल, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है। वे संकटों से रक्षा करते हैं और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं। इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। पूजा विधि: हनुमान जयंती पर भक्तगण सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं। घरों और मंदिरों में हनुमान जी की प्रतिमा को सिंदूर और चमेली के तेल से श्रृंगारित किया जाता है। उन्हें लाल फूल, मालाएं, और विभिन्न प्रकार के भोग जैसे लड्डू, बूंदी, और फल अर्पित किए जाते हैं। इस दिन हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और हनुमान अष्टक का पाठ विशेष रूप से किया जाता है। कई स्थानों पर भंडारे और कीर्तन का भी आयोजन होता है। कथाएं: हनुमान जी के जन्म और उनकी वीरता से जुड़ी अनेक कथाएं प्रचलित हैं। बचपन में सूर्य को फल समझकर निगलने की उनकी कहानी आज भी लोगों को आश्चर्यचकित करती है। भगवान राम के प्रति उनकी अटूट भक्ति और लंका दहन जैसे पराक्रमों का वर्णन रामायण में मिलता है, जो भक्तों को प्रेरणा देता है। शुभकामनाएं: इस पावन अवसर पर, सभी हनुमान भक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान हनुमान की कृपा आप पर सदैव बनी रहे और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आए। आज के मुख्य समाचार: * हनुमान जयंती पर मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। * विभिन्न स्थानों पर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड के पाठ आयोजित किए गए। * राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दीं। * ज्योतिषाचार्यों ने हनुमान जयंती पर पूजा के शुभ मुहूर्त और महत्व पर प्रकाश डाला। यह दिन हमें भगवान हनुमान के गुणों को अपने जीवन में उतारने और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। जय बजरंगबली!