मनरेगा में बड़ा घोटाला त्रिलोकपुर पंचायत में बिना मजदूर लगाई जा रहे हैं पौधा फोटो से फोटो का खेल

मनरेगा में बड़ा  घोटाला त्रिलोकपुर पंचायत में बिना मजदूर  लगाई जा रहे हैं पौधा फोटो से फोटो का खेल

निष्पक्ष जन अवलोकन संवाददाता रुबीना खातून जनपद बलरामपुर के अंतर्गत विकासखंड पचपेड़वा की ग्राम पंचायत त्रिलोकपुर में मनरेगा योजना के तहत चल रहे वृक्षारोपण कार्य में भारी अनियमितताएं उजागर हो रही हैं। मनरेगा, जो गरीबों को रोजगार देने की एक महत्वाकांक्षी योजना है, वहीं यहां अधिकारियों और ग्राम पंचायत की मिलीभगत से इस योजना का खुला मज़ाक उड़ाया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, पंचायत में बिना किसी मजदूर की वास्तविक उपस्थिति के केवल “फोटो से फोटो” खींचकर कार्य दिखाया जा रहा है। फर्जी तरीके से अलग-अलग जगहों पर पुराने या पहले से मौजूद पौधों की तस्वीरें खींचकर नई योजना के अंतर्गत काम दिखाया जा रहा है। जमीनी स्तर पर न तो मजदूर काम कर रहे हैं, और न ही कोई निगरानी हो रही है। सबसे हैरानी की बात ये है कि मस्टररोल में मजदूरों के नाम दर्ज हैं और उनकी मजदूरी भी जारी कर दी गई है, जबकि स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उन नामों में से अधिकांश लोगों ने न तो कोई काम किया है और न ही उन्हें इस योजना की जानकारी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई ऐसे स्थानों पर पौधरोपण का दावा किया गया है, जहां गड्ढे भी नहीं खोदे गए। बस कागजों में दिखावा कर लाखों रुपये का भुगतान कर लिया गया। यह साफ तौर पर सरकारी धन की लूट और गरीबों के हक़ पर डाका है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी बलरामपुर और उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई है कि तत्काल जांच बैठाई जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो, जिससे मनरेगा जैसी योजनाओं की गरिमा बनी रहे और असली लाभ गरीबों तक पहुंचे।