बढ़नी ब्लॉक के बरिहवा ग्राम पंचायत में मनरेगा घोटाला उजागर गरीबों के अधिकार पर डाका

निष्पक्ष जन अवलोकन। संवाददाता एमडी चौधरी। सिद्धार्थनगर जनपद के विकासखंड बढ़नी अंतर्गत ग्राम पंचायत बरिहवा में मनरेगा योजना के अंतर्गत बड़ा घोटाला सामने आया है। चार अलग-अलग मास्टर रोल में कुल 32 मजदूरों का नाम दर्ज किया गया है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। मौके पर जब जांच की गई, तो कार्यस्थल पर एक भी मजदूर मौजूद नहीं पाया गया। हैरानी की बात यह है कि मजदूरों के नाम पर काम का फोटो अपलोड कर दिया गया है — वो भी ऐसे चेहरों के साथ, जिन्हें देखकर अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं कि ये लोग मजदूरी नहीं, बल्कि सिर्फ नाम के लिए ही जोड़े गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों और सूत्रों के अनुसार, प्रधान, रोजगार सेवक, एपीओ और ब्लॉक स्तर के अधिकारी मिलकर इस घोटाले में संलिप्त हैं। गरीबों के अधिकार और रोज़गार के नाम पर जो धन आता है, उसका बंदरबांट योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। जिन हाथों को मिट्टी में सनकर रोज़ी कमानी थी, उन हाथों की मज़बूरी को इन अफसरों ने मुनाफे का ज़रिया बना लिया है। मौके पर लिए गए फोटो से स्पष्ट है कि कार्यस्थल पर कोई भी निर्माण कार्य या खुदाई जैसी गतिविधि नहीं चल रही है। यह केवल कागज़ों पर मौजूद कार्य है, जिसकी एवज में बड़ी धनराशि निकाल ली गई है। यह न केवल भ्रष्टाचार की चरम स्थिति को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि गरीबों का हक किस बेरहमी से छीना जा रहा है। अब सवाल उठता है — क्या प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करेगा? या फिर यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह फाइलों में दबा दिया जाएगा?