मनरेगा फर्जीवाड़ा – मजदूरों के हक पर डाका

निष्पक्ष जन अवलोकन। जनपद बलरामपुर के विकासखंड कौवापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कोढ़ौरा में मनरेगा योजना का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां 4 मास्टर रोल पर 31 मजदूरों की ऑनलाइन अटेंडेंस चढ़ाई गई, लेकिन मौके पर एक भी मजदूर काम करता हुआ नहीं मिला। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर केवल कागजों पर काम दिखाया जा रहा है। मजदूरों को रोजगार का हक मिलने के बजाय अफसरों और जिम्मेदारों की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी लगाई जाती है। हकीकत यह है कि मजदूर रोजी-रोटी के लिए भटक रहे हैं, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में उनकी मेहनत बिना पसीना बहाए ही दर्ज कर दी जाती है। मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना गरीब मजदूरों को राहत देने के लिए बनी थी, ताकि उन्हें गांव में ही काम मिल सके। लेकिन कोढ़ौरा पंचायत का यह मामला योजना की जमीनी हकीकत उजागर कर देता है। मजदूरों का हक मारा जा रहा है और फर्जीवाड़ा खुलेआम जारी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों व पंचायत स्तर पर शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। तभी गरीब मजदूरों को उनका असली हक मिल पाएगा और मनरेगा योजना का उद्देश्य सार्थक हो सकेगा।