उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन,प्रयागराज संगम नगर मे दिखी घाटो पर रौनक
निष्पक्ष जन अवलोकन।रत्नेश सारस्वत।प्रयागराज प्रयागराज संगम नगरी मे आस्था का पर्व छठ पूजा उत्साह और श्रध्दा के साथ मनाया गया।घाटो पर भक्तो की भीड़ उमड़ी पारंपरिक गीतो के बीच महिलाओं ने पहले अस्ताचलगामी और फिर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया घर से लेकर घाटो तक भक्ति के गूजते रहे,संगम नगरी के सभी घाट भक्ति गीतो ने माहौल को भक्तिमय बना दिया फलो से सजे दउरा को माथे पर लेकर चल रहे पुरुष सदस्यो के साथ साथ झुंड मे चल रही महिलाओं की कंठ से निकलती छठ मईया की सुरीली पारंपरिक गीत "काँच ही बास के बहंगिया...,सुगवा के मरबो धेनुह से......आदि गीतो से संगम क्षेत्र का छठ घाट गुलजार हो गया।सुख समृद्धि,पुत्र प्राप्ति,मंगलकामना और पत्र कि लम्बी आयु के महापर्व छठ पूजा के चौथे दिन यानी कि उगते सूर्य का अर्घ्य दिया।इस मौके पर , संध्या तिवारी,नीतू मिश्रा,रेनू सिंह,अरविंद तिवारी,अंचल तिवारी,ज्योति मिश्रा,जूही मिश्रा,राज तिवारी,शिवांश मिश्रा,संगम नगरी मे छठ महापर्व पर मौजूद रहे।