करंट से महिला की मौत मामला पकड़ा तुल। जेई सुशील गुप्ता को हटाने की मांग तेज

करंट से महिला की मौत मामला पकड़ा तुल। जेई सुशील गुप्ता को हटाने की मांग तेज

निष्पक्ष जन अवलोकन/अमर नाथ शर्मा सोनभद्र। गौरतलब है कि जनपद के रावर्टसगंज कोतवाली अंतर्गत सुकृत पावरहाउस उपकेंद्र 33/11 के डोंगिया फीटर पर सुकृत गांव की निवासिनी (मंजू देवी उम्र लगभग 45 वर्ष) पत्नी राजू प्रजापति की मौत विगत शुक्रवार को हो गया। जिसको लेकर विधानसभा घोरावल के वर्तमान विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्य परिजनों से मुलाकात किए। इस दौरान लोगों ने विधायक जी को उक्त मामले में पूरी जानकारी दिया। परिजनों ने बताया कि डोंगिया फीटर पर तैनात जेई सुशील गुप्ता पहले तो फोन नहीं उठाया बाद में फोन रिसीव करके बोला कि कुछ भी हुआ है हम क्या करें, जाओ एसडीओ, एक्सईएन और एसई से बात करो। जेई सुशील गुप्ता द्वारा विलंब करने तथा लापरवाही की वजह से ही महिला की जान चली गई। आगे वे कहे कि पूर्व में बिजली विभाग द्वारा बकाया बिल की वजह से पड़ोसी के गीरे तार को काट दिया गया था लेकिन बाद में खुद ही तार को जोड़ दिया गया। वहीं मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्य आन कैमरा सोनभद्र एस ई को फोन लगा दिए, उन्होंने एस ई से उक्त मामले में आरोपी जेई सुशील गुप्ता को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश दे दिए। वहीं यह मामला भाजपा सरकार में मंत्री संजीव गोड़ के पास भी चला गया , जानकारी मिलते ही मंत्री संजीव गोड़ ने सुकृत पावरहाउस उपकेंद्र के डोंगिया फीटर पर तैनात जेई सुशील गुप्ता को हटाने के लिए विद्युत विभाग के एमडी को लेटर जारी कर दिए। वहीं सैकड़ों की संख्या में लोगों ने विवादित जेई सुशील गुप्ता को हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यदि जेई सुशील गुप्ता को नहीं हटाया गया तो बड़े पैमाने पर ग्रामीणों द्वारा जन आंदोलन किया जाएगा। वहीं जिला पंचायत सदस्य मधुपुर ने विद्युत विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी जेई सुशील गुप्ता को हटाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है लेकिन कुछ उच्च अधिकारी उस जेई को बचाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो जेई सुशील गुप्ता द्वारा अक्सर कंज्यूमर से कहते सुना जाता है कि वे लाखों खर्च करके यहां नियुक्ति पाए हैं, जिसको जो करना है कर ले, देखते हैं कौन मंत्री, विधायक या सांसद मेरा क्या उखाड़ लेता है। वहीं लगातार हो रही शिकायतों से यह साफ स्पष्ट हो रहा है कि कहीं न कहीं विवादित जेई को कोई भ्रष्ट अधिकारी लगातार बचाने के प्रयास में लगा हुआ है। हालांकि अब यह देखना है कि बीजेपी सरकार में बीजेपी मंत्री संजीव गोड़ तथा बीजेपी विधायक डॉ अनिल कुमार मौर्य द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सोनभद्र एस ई करते हैं या सच में मिली भगत वाली तथ्य को सत्य सिद्ध करते हैं।