एनसीएल:कोयला ट्रकों की धमक से त्रस्त जनजीवन, एनसीएल दुधिचुआ प्रबंधन को सौंपा समाधान का मांगपत्र धूल, जाम और खतरे से परेशान जनता, युवा टीम ने एनसीएल से की 6 सूत्रीय मांग

निष्पक्ष जान अवलोकन! शक्तिनगर/एनसीएल दुद्धीचुआ परियोजना से जुड़े कोयला डिस्पैच के चलते ट्रकों की भारी आवाजाही ने शक्तिनगर-अम्बेडकर नगर मुख्य मार्ग पर आम जनता का जीवन दूभर कर दिया है। इस संबंध में आंबेडकर नगर युवा टीम मंडल ने मुख्य महाप्रबंधक, एनसीएल दुद्धीचुआ क्षेत्र को एक औपचारिक पत्र लिखकर समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है और त्वरित समाधान की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि कोयला लदे ट्रकों की लंबी कतारें इस मार्ग पर घंटों ट्रैफिक जाम का कारण बन रही हैं। इससे न केवल आमजन को आवागमन में भारी कठिनाई हो रही है, बल्कि सड़क हादसों की आशंका भी लगातार बढ़ रही है। कोयला से उड़ती धूल के कारण आँखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ जैसी स्वास्थ्य समस्याएं भी तेजी से सामने आ रही हैं। पत्र में एनसीएल प्रबंधन से निम्नलिखित बिंदुओं पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई है— 1. जयंत से शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर डिवाइडर का निर्माण कराया जाए। 2. हर दो घंटे के अंतराल पर पानी का छिड़काव किया जाए, ताकि धूल कम हो। 3. पूरे मार्ग पर स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था हो। 4. मुख्य मार्ग पर कोयला लदे ट्रकों की पार्किंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगे। 5. सड़क के बीचोबीच वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाए। 6. कोयला ट्रकों की गति सीमा तय की जाए ताकि सड़क सुरक्षा बनी रहे। जनहित में उठाई गई इस मांग पर एनसीएल प्रबंधन की ओर से मुख्य प्रबंधक विनोद कुमार सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मानव संसाधन स्टाफ अधिकारी प्रवीण मिश्रा वी व परियोजना अधिकारी पीके त्रिपाठी को निर्देशित किया कि निरीक्षण कर आवश्यक समाज कल्याण हेतु ठोस समाधान निकालें। क्षेत्रीय जनता भी शीघ्र कार्रवाई की अपेक्षा कर रही है ताकि रोज़मर्रा की समस्याओं से उन्हें राहत मिल सके और एनसीएल प्रबंधन व जनता के बीच टकराव की स्थिति से बचा जा सके। युवा टीम मंडल में संजय गुप्ता, जितेंद्र कुमार, राघवेंद्र प्रताप सिंह, शशांक अग्रहरि, राधे कुशवाहा आदि मौजूद रहे।