टीवी जैसी जान लेवा बिमारी को हराकर टी वी चैंपियन बने राम प्रसाद कोल टी.वी बिमारी से ठीक होने के बाद अब राम प्रसाद लोगो कर रहे है जागरूक

निष्पक्ष जाना अवलोकन! सोनूवर्मा! सिंगरौली / ग्राम पंचायत झरकटिया विकासखंड चितरंगी का रहने 53 वर्षीय रामप्रसाद ने टीवी जैसी घातक बिमारी को हराकर चैपियन बन कर निकले है। टी.वी चैपियन राम प्रसाद ने बताया कि 2013 में मुझे टीवी हुआ था उस समय मेरी स्थिति बहुत गंभीर थी क्योंकि एक तरफ बीमारी और दूसरी तरफ गरीबी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग में जब हमने जांच कराई टीवी का पता चला और हमने निरंतर 6 माह तक दवा पूरी की और स्वस्थ हुआ। उन्होने बताया कि बिगत 6 महीना में मुझे कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के द्वारा हमें निरंतर समझाइस दी जाती रही और मनोबल बढ़ाया जाता रहा। मुझे ज्यादा टीवी के संबंध में पता नहीं था लेकिन इन 6 महीना में मैं टीवी बीमारी के संबंध में बहुत कुछ सीखा और इस बीमारी के साथ जिया भी। उन्होने बताया कि मेरी पढ़ाई सिर्फ दसवीं तक है लेकिन मुझे लगा कि मैं तो दवा खाकर ठीक हो गया पर क्या हम कुछ ऐसा लोगों के लिए भी कर सकते हैं जिससे कि अन्य लोगों को टीवी की बीमारी से बचाया जा सके। इसके लिए हम चितरंगी अस्पताल बीच-बीच में जाते रहे और गांव में जो भी टीवी के संभावित रोगी मिलते उनकी जांच कराते रहे। इस दौरान हमने टीवी बीमारी के लक्षण उपचार जांच की बारीकियां को समझा। हमने गांव के लोगों को टीवी के बारे में भी जागरूक करना शुरू किया । उन्होने बताया कि झरकटिया ग्राम पंचायत में मुख्यतः आदिवासी समुदाय के लोग हैं और यह ऊंची नीची पहाड़ियों में बसा हुआ है जहां पर गांव के लोग सरलता से स्वास्थ्य सेवाओं तक नहीं पहुंचे। इस दौरान हमने ममता फाउंडेशन एवं पीरामल फाउंडेशन के साथ भी मिलकर स्वयंसेवी के रूप में काम किया उक्त संस्थाओं के द्वारा हमारा प्रशिक्षण भी कराया गया तथा हमने अपने गांव को टीवी मुक्त बनाने हेतु संकल्प भी लिया। अब तक हमने लगभग 30 टीवी के मरीजों को दवा खिला चुके हैं जिनमें से 29 लोग पूर्णत : स्वास्थ्य हो गए वहीं अगर जांच की बात करें तो 300 से ज्यादा लोगों की जांच भी कर चुके हैं। इन कार्यों से हमारे गांव में एक पहचान भी बनी है और लोगों का नजरिया भी बदला है आने वाले समय में हम इस कार्य को निरंतर जारी रखेंगे।