जनसुनवाई में की गई शिकायत के बाद CSP संचालक पर दबाव, थाने में धमकी देने का आरोप

निष्पक्ष जन अवलोकन अनिल खटीक सुमेरपुर (हमीरपुर) । जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायत के बाद स्थानीय ग्राहक सेवा केंद्र संचालक को लगातार दबाव और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित संचालक का आरोप है कि न केवल उसे थाने में अभद्रता झेलनी पड़ी, बल्कि झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी गई। इस मामले में उच्च अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है। शिकायतकर्ता शैलेन्द्र सिंह पुत्र जिलेदार सिंह पुलिस कमिश्नर बांदा की शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि उसने 10 जुलाई 2025 को जनसुनवाई पोर्टल और पीजी पोर्टल पर साइबर ठगी व धमकियों को लेकर शुभम सिंह चंदेल, प्रियम गुप्ता, तलहा वली अहमद, और साइबर थाना हमीरपुर के दरोगा विजय सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी उसके बाद से लगातार उसे फोन कॉल और थाने से दबाव झेलना पड़ रहा है। 31 जुलाई 2025 को सुमेरपुर थाने से कॉल कर उसे बुलाया गया, जहां उन्होंने FIR की मांग की, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और वापस भेज दिया गया। इसके बाद 6 अगस्त 2025 को दोबारा थाने बुलाया गया, शिकायतकर्ता का आरोप है कि थानाध्यक्ष अनूप सिंह और उप निरीक्षक सुरेंद्र यादव ने न केवल उसे और उसके भाई को अपशब्द कहे, बल्कि यह भी कहा कि "कहीं भी शिकायत कर लो, कुछ नहीं होगा. तुम्हे झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा पीड़ित के अनुसार, 6 जुलाई से 10 जुलाई 2025 तक उसके मोबाइल नंबर पर लगातार धमकी भरे कॉल आए, जो शुभम सिंह चंदेल द्वारा मोबाइल नंबर 7985972490 से किए गए। वहीं, साइबर दरोगा विजय सिंह ने भी मोबाइल नंबर 7007631575 से कॉल कर अनावश्यक दबाव बनाया। इन कॉल्स की ऑडियो रिकॉर्डिंग शिकायतकर्ता के पास उपलब्ध है। शिकायतकर्ता ने पुलिस उपमहानिरीक्षक, बांदा रेंज को भेजे पत्र में मांग की है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी या स्वतंत्र जांच एजेंसी से कराई जाए, ताकि करोड़ों की साइबर ठगी में शामिल इस गिरोह का पर्दाफाश हो सके। शिकायत कर्ता ने अपने पत्र के साथ जनसुनवाई में की गई शिकायतों की प्रतियां, थाने में दी गई तहरीर, तथा धमकियों की ऑडियो रिकॉर्डिंग संलग्न की हैं।