तुलसी जयंती पर हिंदी सभा में आयोजित हुई कवि गोष्ठी

तुलसी जयंती पर हिंदी सभा में आयोजित हुई कवि गोष्ठी

निष्पक्ष जन अवलोकन। अर्पित कुमार त्रिवेदी l मानस को लिखकै तुलसी जनमानस में मृत्यु राम बिठाये~मृदु तुलसी जयंती पर हिंदी सभा में आयोजित हुई कवि गोष्ठी सीतापुर ---- अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश एवं हिंदी सभा सीतापुर द्वारा आयोजित कवि गोष्ठी की अध्यक्षता साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मृदु ने की। संस्कार भारती,भारतो दय व अक्षरा संस्थाओं के सहयोग से गोस्वामी तुलसीदास की जयंती पर अपने अध्यक्षीय काव्य पाठ में कमलेश मौर्य मृदु ने युग प्रवर्तक महाकवि तुलसी दास के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को रेखांकित करते हुए छंदों की झड़ी लगा दी जिन्हें बहुत सराहा गया। दिल्लीश्वर ही जगदीश्वर है चहुं ओर जहां पड़ता था सुनाई।लोग निराश हताश से थे कोई मार्ग नहीं पड़ता था सुझाई। घोर तमिस्रा में भक्ति की शक्ति से है तुलसी ने मशाल जलाई।मानस को शुचि संबल दैजन-मानस में नई आस जगाई।। राम के धाम को ध्वस्त किया मुगलों ने अनेक उत्पात मचाये।लाखन लोग भये बलिदान परंतु न सेना से पार बिसाये। भक्तन के दुख देखि दुखी तुलसी भरे मानस चैन न पायें।मानस को लिखिकै तुलसी जन-मानस में" मृदु"राम बिठाये।। इसके अतिरिक्त लखनऊ से पधारे डा. अशोक अग्निपथी ने अपना ओजस्वी काव्य पाठ किया जिसे भरपूर तालियां मिलीं।इस अवसर पर आयोजित तुलसी साहित्य में मजिस में पद्म कांत शर्मा प्रभात संपादक कला कुंज भारती ने विषय प्रवर्तन करते हुए तुलसी साहित्य में मूल तत्व एवं वर्तमान में प्रासंगिकता विषय की विस्तार से विवेचना की।मुख्यवक्ता अरुणेश मिश्र ने तुलसी साहित्य की विशद व्याख्या की संचालन हिंदी सभा के महामंत्री रजनीश मिश्र ने किया और अध्यक्षता आशीष मिश्र एडवोकेट ने की।समारोह को साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मृदु ने सम्बोधित करते हुए तुलसी साहित्य के मूल तत्व लोकहित एवं समन्वय बताते हुए प्रासंगिकता की विशद विवेचना सोदाहरण प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त कमलेश पाण्डेय,कार्ति केय शुक्ल,झंकारनाथ शुक्ल,अशोक अग्निपथी जीएल गांधी,भगवती प्रसाद गुप्त ने भी सम्बोधित किया,वाणी वंदना सुमन मिश्रा ने की।उदय प्रताप त्रिवेदी,जी एल गांधी ने समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह,माल्यार्पण,रामनाम उत्तरीय प्रदान कर स्वागत किया।समारोह सुंदर कांड के पाठ से प्रारंभ हुआ।विद्यार्थियों की निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें सभी प्रतियोगियों को अध्यक्ष आशीष मिश्र ने पुरस्कृत करने की घोषणा की।