यमुना तटवर्ती 7 स्थानों में बाढ़ सुरक्षा केंद्र सक्रिय एसडीएम तथा तहसीलदार का भ्रमण

निष्पक्ष जन अवलोकन। मनीष सिंह जादौन कालपी(जालौन)वारिश तथा यमुना नदी की बाढ़ से बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन तथा राजस्व विभाग के द्वारा पुख्ता इंतजाम कर दिए गए है। कालपी तहसील क्षेत्र के अलग-अलग यमुना के तटवर्ती सात स्थानों में बाढ़ सुरक्षा केंद्र स्थापित है।जिला प्रशासन के निर्देश पर उप जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह के द्वारा यमुना की बाढ़ से बचाव के लिए तहसीलदार, नायब तहसीलदारों तथा राजस्व कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक कालपी नगर के एम एस वी इंटर कॉलेज में बाढ़ सुरक्षा केंद्र बनाया जायेगा ।जिसमें कालपी, गुलौली मुस्तकिल, गुलौली दिवारा, हीरापुर, देवकली, शेखपुरा गुढ़ा, मैनूपुर मुस्तकिल, सुरौली मुस्तकिल गांव को सम्बद्ध किया गया है। इसी प्रकार यमुना नदी के तटवर्ती जीतामऊ गांव पंचायत भवन में, सिमर शेखपुर के पंचायत भवन में, महेवा विकासखंड कार्यालय में, इकौना प्राइमरी पाठशाला इकौना में बाढ़ सुरक्षा केंद्र स्थापित किया गया है।बाढ़ राहत केदो में तहसीलदार अभिनव कुमार तिवारी, नायब तहसीलदार चंद्र मोहन शुक्ला तथा कालपी क्षेत्र के नायव तहसीलदार मुकेश कुमार के द्वारा निगरानी रखी जा रही है।इसके अलावा नदियों के तटवर्ती ग्रामों के क्षेत्रीय लेखपालों,क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षको एवं राजस्व कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दिये है । नयाब तहसीलदार चंद्र मोहन शुक्ला ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा केदो की स्थापना एवं राहत केंद्र में स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सालय के कर्मचारियों के अलावा राजकीय सस्ते गल्ले की दुकानदारों को भी को भी बाढ़ राहत के लिए उचित जिम्मेदारी सौंप गई है। तहसीलदार अभिनव कुमार तिवारी के साथ एसडीएम मनोज कुमार सिंह ने बाढ़ राहत शिविरों का निरीक्षण कर जिम्मेदारों को आवश्यक निर्देश दिये हैं।