मनरेगा में फर्जीवाड़ा: रजडेरवा ग्राम पंचायत में 6 मास्टर रोल पर 49 मजदूरों की फर्जी हाजिरी, अधिकारी मौन

निष्पक्ष जन अवलोकन। जनपद बलरामपुर
के विकासखंड पचपेड़वा अंतर्गत ग्राम पंचायत रजडेरवा में मनरेगा योजनाओं में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार यहाँ 6 मास्टर रोल पर दर्ज 49 मजदूरों की उपस्थिति कागज़ों में दिखाई जा रही है, जबकि मौके पर काम करने वाले मजदूर बमुश्किल दो-चार ही मिलते हैं। सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने के लिए मजदूरों की वास्तविक उपस्थिति नहीं ली जाती, बल्कि फोटो से फोटो लेकर उपस्थिति दर्शा दी जाती है। यानी मजदूर खेतों में काम कर रहे हों या घर पर बैठे हों, उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करके फर्जी हाजिरी बनाई जाती है। 14 अगस्त को निष्पक्ष जन अवलोकन में यह खबर प्रकाशित भी हुई थी, लेकिन अफसोस कि अब तक प्रशासनिक अमले ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। न ही जिम्मेदार अधिकारियों ने मौके पर जाकर हकीकत जानने की कोशिश की और न ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस फर्जीवाड़े का खामियाजा सीधे तौर पर गरीब मजदूरों को उठाना पड़ रहा है। मजदूरों को काम मिलने के बजाय सिर्फ कागज़ों पर उनकी मजदूरी दिखाई जा रही है, जबकि असली लाभ ग्राम पंचायत के जिम्मेदार और ठेकेदार उठा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार गरीबों को रोजगार देकर उनके जीवन स्तर को सुधारने की मंशा रखती है, लेकिन गाँव स्तर पर बैठे कुछ जिम्मेदार लोग इस योजना को अपने लिए कमाई का साधन बना चुके हैं। जनपद स्तर पर मनरेगा की मॉनिटरिंग और सोशल ऑडिट की प्रक्रिया की भी पोल खुल चुकी है। बार-बार शिकायत और खुलासे के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं होती तो ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ना स्वाभाविक है। अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन कब जागता है और इस बड़े फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाता है।