माधौगढ़ में सम्पूर्ण समाधान दिवस, डीएम ने दिखाई सख्ती, अनुपस्थित अधिकारियों का वेतन रोका

निष्पक्ष जन अवलोकन।मनीष सिंह जादौन उरई(जालौन)माधौगढ़ तहसील सभागार में सोमवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय और पुलिस अधीक्षक डॉ० दुर्गेश कुमार ने फरियादियों की समस्याओं को गम्भीरता से सुना और उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 32 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 07 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष शिकायतों को संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्थलीय सत्यापन के बाद गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अनुरूप ही शिकायतों का त्वरित और पारदर्शी समाधान किया जाए।जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए खंड विकास अधिकारी माधौगढ़ अरुण सिंह, एलडीएम अनुराग सक्सेना, भूमि संरक्षण अधिकारी संदीप सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम नगरी हिमांशु नेगी और लेखपाल कमलकांत गोस्वामी की अनुपस्थिति पर एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए। इसी बीच एक प्रार्थना पत्र में यह आरोप लगाया गया कि लेखपाल निशा ने विरासत से जुड़े कई प्रकरण अपने स्तर से ही निरस्त कर दिए हैं। जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीर मानते हुए जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। शिकायतकर्ता की संतुष्टि को प्राथमिकता दी जाए और अधिकारी स्थलीय निरीक्षण के साथ फीडबैक लेना अनिवार्य करें। पुलिस अधीक्षक डॉ० दुर्गेश कुमार ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में पुलिस विभाग से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया जाए। उन्होंने कहा कि छोटी सी छोटी भी शिकायत दर्ज कर मामले का निस्तारण करेंगे। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी माधौगढ़ राकेश सोनी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० नरेंद्र देव शर्मा, परियोजना निदेशक अखिलेश तिवारी, जिला विकास अधिकारी सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।