स्वतंत्रता दिवस पर सिसहनिया कलां प्राथमिक विद्यालय की लापरवाही, बच्चों के मन से मिटती देशभक्ति की लौ

निष्पक्ष जन अवलोकन। संवाददाता बदरूजमा चौधरी। जनपद बलरामपुर विकासखंड पचपेड़वा के ग्राम पंचायत सिसहनिया कलां स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व, जो देशभक्ति और बलिदान की भावना को जागृत करने के लिए मनाया जाता है, वहां विद्यालय प्रशासन ने महापुरुषों की याद और बच्चों की भागीदारी को दरकिनार कर दिया। गांववालों ने बताया कि न तो विद्यालय प्रबंधन की ओर से बच्चों को प्रभात फेरी पर निकाला गया और न ही महापुरुषों के जीवन संघर्ष और स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों को सुनाया गया। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है कि जहां बच्चों के मन में देशभक्ति की नींव रखी जानी चाहिए, वहीं विद्यालय प्रशासन ने लापरवाही का परिचय देकर राष्ट्रीय पर्व की गरिमा को ठेस पहुँचाई। सूत्रों के अनुसार, विद्यालय में झंडारोहण मात्र औपचारिकता बनकर रह गया। बच्चों को अनुशासन, त्याग और देशसेवा के महत्व पर कोई चर्चा नहीं की गई। इस दौरान उपस्थित कुछ ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब आने वाली पीढ़ी को ही स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा से परिचित नहीं कराया जाएगा तो देशभक्ति की लौ बच्चों के दिलों में कैसे जीवित रह पाएगी? जब इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी से संवाददाता ने बात की तो उन्होंने गंभीरता दिखाते हुए कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस न केवल तिरंगा फहराने का दिन है, बल्कि यह दिन बच्चों में त्याग, बलिदान और राष्ट्रप्रेम की भावना भरने का अवसर भी है। यदि विद्यालयों में ऐसे अवसरों की उपेक्षा होगी तो न सिर्फ राष्ट्रीय पर्व की गरिमा धूमिल होगी बल्कि बच्चों के मन में देश के प्रति जागरूकता भी कम होती जाएगी। ग्रामवासियों ने मांग की है कि जिम्मेदार अध्यापकों और विद्यालय प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराई न जा सके।