बाढ़ से टूटा संपर्क, ट्रैक्टर पर गर्भवती को ले जाना पड़ा अस्पताल

निष्पक्ष जन अवलोकन।मनीष सिंह जादौन कालपी(जालौन)। यमुना नदी की बाढ़ ने जालौन जनपद के ग्रामीण अंचलों में जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कालपी तहसील क्षेत्र के ग्राम द्वारिकापुरी का जिला मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह कट गया है। चारों ओर पानी भरने से गाँव टापू में तब्दील हो गया है। सड़कें कट चुकी हैं और सभी रास्ते बंद हो चुके हैं, जिससे लोगों को दैनिक जरूरतों और आपात स्थितियों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को इसी गाँव की एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने तत्काल एंबुलेंस को बुलाने का प्रयास किया, लेकिन जलभराव और संपर्क मार्ग बाधित होने के कारण एंबुलेंस गाँव तक नहीं पहुँच सकी। ऐसी स्थिति में परिजनों ने जोखिम उठाते हुए महिला को ट्रैक्टर पर लिटाया और कच्चे-कीचड़ भरे रास्तों से होते हुए अस्पताल पहुँचाया। जहाँ डॉक्टरों ने सुरक्षित प्रसव कराकर मां और नवजात दोनों को सुरक्षित बताया।गाँव की आशा बहु सरोज ने बताया, “गाँव पूरी तरह से पानी से घिरा हुआ है। सड़क और रास्ते कट चुके हैं। ऐसे में एंबुलेंस सेवा असंभव हो गई। महिला को ट्रैक्टर से अस्पताल ले जाना पड़ा।”ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में नाव या वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे आपातकालीन स्थितियों में समय पर सहायता मिल सके द्वारिकापुरी ही नहीं, कालपी तहसील के अन्य कई गाँव भी बाढ़ की चपेट में हैं। यहां अब न सिर्फ खाद्य और पीने के पानी का संकट है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं।