जालौन में जमीन विवाद में दो भाइयों ने खाया जहर एक की हुई मौत, दूसरे की हालत नाजुक
निष्पक्ष जन अवलोकन। मनीष सिंह जादौन कोंच (जालौन)जमीन के विवाद को लेकर दो सगे भाइयों ने जहर खा लिया, जिसमें इलाज के दौरान एक ने दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे की हालत नाजुक होने के कारण उसका इलाज किया जा रहा है। वहीं सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई, जिन्होंने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।घटना कोंच कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिमरिया की है। बताया गया है कि यहां के रहने वाले भिरई ने अपने पांच पुत्र माता प्रसाद, छोटेलाल, देवी दयाल, सुरेंद्र और भंवर सिंह को बराबर की जमीन बांट दी थी, जिसमें एक हिस्सा उसने अपने पास रख लिया था, जिससे उसका हिस्सा उसे दिया जा सके, लेकिन पांचों पुत्रों में किसी के द्वारा भिरई की सेवा नहीं की गई, जबकि माता प्रसाद की बड़ी पुत्री के पति रामकिशोर ने भिरई की सेवा की, जिससे भिरई ने अपने जमीन का हिस्सा एक राम किशोर के नाम कर दिया, जिसके कुछ माह बाद भिरई की मौत हो गई। इसके बाद भिरई के अन्य पुत्र छोटेलाल देवी दयाल भंवर सिंह और सुरेंद्र ने उसे जमीन को वापस पाने के लिए सिविल अदालत और एसडीएम कोर्ट में राम किशोर के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया, जो न्यायालय में विचाराधीन था। शुक्रवार को मातादीन की सबसे छोटी पुत्री की शादी थी, इसी दौरान उसके भाई सुरेंद्र और भंवर सिंह ने जमीन को वापस पाने की नियत से जहर खा लिया, जिससे दोनों की हालत बिगड़ गई।इलाज के दौरान एक की मौत, दूसरे की हालत गंभीर परिजनों ने जब हालत देखी, उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोंच में भर्ती कराया, मगर हालत नाजुक होने के कारण जिला अस्पताल के लिए चिकित्सक ने रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान सुरेंद्र की मौत हो गई, जबकि भंवर सिंह का इलाज किया जा रहा है।घटना की जानकारी पर कोंच सीओ डॉ देवेंद्र पचौरी और कोतवाल विजय कुमार पांडे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जिन्होंने मामले की जांच की साथ ही मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।इस मामले में सीओ डॉ देवेंद्र पचौरी ने बताया कि जमीन को वापस लेने के लिए सुरेंद्र ने भंवर सिंह के साथ विषाक्त पदार्थ का सेवन किया, जिससे उनकी हालत बिगड़ी जिसमें सुरेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि भंवर सिंह का इलाज किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि सुरेंद्र के पिता भिरई ने 6 हिस्से किए थे, जिसमें पांच हिस्से अपनी पुत्रों को और एक हिस्सा अपने बड़े पुत्र की बेटी के पति के नाम कर दिया था, इसी जमीन को वापस लेने के लिए सुरेंद्र द्वारा जहर खाया गया, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।