अधिकारों के संघर्ष के लिए मान्यता नहीं, मानवता और एकता की जरूरत - ओ पी शर्मा

अधिकारों के संघर्ष के लिए मान्यता नहीं, मानवता और  एकता की जरूरत - ओ पी शर्मा

निष्पक्ष जन अवलोकन/अमर नाथ शर्मा सोनभद्र / युवा रेलकर्मी अपने अधिकारों के संघर्ष के लिए आगे आएं, संघर्ष के लिए मान्यता नहीं, मानवता और एकता की जरूरत । उक्त बातें ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ ) के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने कहीं। वे ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन चोपन शाखा -1 की विशेष बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रेलकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। शाखा कार्यालय में आयोजित इस बैठक का संचालन सचिव उमेश कुमार सिंह ने किया। इसके पूर्व श्री शर्मा के शक्तिपुंज एक्स्प्रेस से चोपन पहुंचने पर सचिव उमेश कुमार सिंह के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारियों और विभिन्न विभागों के रेलकर्मियों ने पुष्पहार पहनाकर तथा जोरदार नारों से उनका स्वागत किया। बैठक को संबोधित करते हुए ओ पी शर्मा ने रेलवे में यूनियनों की मान्यता के लिए दिसम्बर 2024 में सम्पन्न हुए चुनाव के बाद उपजे स्थितियों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा तथा ईसीआरकेयू के महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव के प्रयास से एआईआर एफ के सभी संबद्ध जोनल यूनियनों को यूनियन कार्यालय रखने की औपचारिक अनुमति रेलवे बोर्ड से मिल गई है। इससे हमें अपने प्रक्षेत्र के रेलकर्मियों से जुड़े समस्याओं के निराकरण एवं प्रशासनिक स्तर पर प्रतिवेदन देने में सुगमता होगी। इस आलोक में विभिन्न समस्याओं और मांगों के समाधान के लिए हमें पहले ही की तरह अपने संघर्ष को जारी रखना है। उन्होंने उपस्थित सदस्यों और युवा रेलकर्मियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अपने अधिकारों के संघर्ष के लिए ईसीआरकेयू को मान्यता नहीं बल्कि मानवता और एकता की जरूरत है। एकता से ही आत्मबल बढ़ता है। चोपन शाखा के सचिव उमेश कुमार सिंह और उनकी समस्त टीम हर समय यहाँ के रेलकर्मियों के हर सुख दुःख में मदद के लिए तत्पर रहते हैं। इसी स्वरूप को बनाए रखने की जिम्मेदारी आने वाले समय में युवा रेलकर्मियों को अपने कंधों पर लेने के लिए तैयार रहना होगा। इसके साथ ही,श्री शर्मा ने ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) द्वारा पिछले महीनों में किए गए विभिन्न कार्यों और मांगों की जानकारी रखी। इस बैठक में मनोज कुमार, राकेश कुमार चौरसिया, धीरेन्द्र कुमार, रोहित कुमार, एच आर मिश्रा,राकेश कुमार, सूरज कुमार, श्यामा शंकर विश्वकर्मा, एम के शर्मा, एस डी पाण्डेय, सन्तोष कुमार, अक्षय कुमार, नीतीश कुमार मंडल, राजकिशोर कुमार, संतोष कुमार, रजनीश कुमार ठाकुर, राजू दस, प्रमोद कुमार, गुड्डू कुमार राय, दीपक कुमार ठाकुर, डी के चौधरी,सीता राम यादव इत्यादि मौजूद थे।