डा. सुरेशचंद्र ने कहा कि मेरे ऊपर मीडिया द्वारा लगाये गये आरोप निराधार

निष्पक्ष जन अवलोकन मनीष सिंह जादौन उरई (जालौन)।कुठौद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डा. अरुण कुमार तिवारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के स्थान पर डा. सुरेशचंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य कुठौद के प्रभारी के पद पर तैनाती दी गयी थी।जिसके तहत 01 जनवरी 2025 को सीएमओ जालौन ने आदेश किया था। इसके बाद भी डा. सुरेशचंद्र को प्रभारी पद का चार्ज नहीं मिल सका। इसके बाद भी चिकित्सालय के प्रभारी पद डा. अरुण कुमार तिवारी ही कुर्सी पर जमें रहे।सूत्रों की अगर मानें तो डा. अरुण कुमार तिवारी ने अपने खाऊ कमाऊ पद को जाते हुए देख कुछ अपने चहेते खबर नबीसों को उकसा कर छोटे बच्चों को सिगरेट पिलाये जाने का एक साल पुराना वीडियो जारी करवा दिया गया।अगर डा. सुरेशचंद्र की माने तो उनका कहना है कि जो मेरे ऊपर द्विवेश भावना के तहत आरोप लगाये गये वह डा. अरुण तिवारी की सोची समझी साजिश के तहत है।डा. सुरेशचंद्र का कहना है कि कुठौद प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में अपनी तैनाती के दौरान शासन की मंशा के अनुरूप मरीजों की सेवा की है तथा अवैध कमाई व मरीजों का शोषण करने वाले कर्मचारियों का विरोध करने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। फिलहाल इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ डा. नरेन्द्रदेव शर्मा जांच के आदेश देते हुए जिला चिकित्सालय उरई के जिला क्षयरोग विभाग अटैच कर दिया गया है।सूत्रों का कहना है कि कुठौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात नर्स उपासना चंदेल पत्नी अनिल सिंंह ने 11 अप्रैल 2025 को सीएमओ को लिखित पत्र देते बच्चों के ऊपर लगाये गये आरोप निराधार है।