शाहूजी महाराज और वी.पी. सिंह की जयंती पर ऐतिहासिक समरसता सम्मेलन

शाहूजी महाराज और वी.पी. सिंह की जयंती पर ऐतिहासिक समरसता सम्मेलन
शाहूजी महाराज और वी.पी. सिंह की जयंती पर ऐतिहासिक समरसता सम्मेलन

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट से सामाजिक न्याय की नई पहल: जेडीयू ने किन्नर समाज को दिया प्रतिनिधित्व, बदली परंपरा की धारा चित्रकूट,।जब राजनीति में प्रतीकों के पीछे असल हक़ खो जाता है, तब कुछ फैसले इतिहास रचते हैं। चित्रकूट के कर्वी स्थित एलआईसी तिराहा के शहीद स्मारक पार्क में बुधवार को छत्रपति शाहूजी महाराज और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. विश्वनाथ प्रताप सिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम एक ऐसा ही ऐतिहासिक क्षण बना — जहाँ नारे नहीं, निर्णय बोले। जनता दल यूनाइटेड ने इस मंच से किन्नर समाज को राजनीतिक प्रतिनिधित्व देकर सामाजिक न्याय की नई इबारत लिख दी। छत्रपति शाहूजी महाराज ने समाज में जातिगत भेदभाव के विरुद्ध क्रांति की नींव रखी और शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की अलख जगाई। वे भारत के पहले ऐसे शासक थे जिन्होंने पिछड़ों और दलितों को आरक्षण देकर न्याय की मिसाल कायम की। विश्वनाथ प्रताप सिंह ने मंडल आयोग को लागू कर भारत की राजनीति को सामाजिक न्याय के रास्ते पर मोड़ दिया। वे उस संघर्षशील राजनीति के प्रतीक बने, जिसने हाशिए के समाज को सत्ता के केंद्र में पहुंचाया। आयोजन की संयोजक रहीं खुशबू किन्नर, जिनका नेतृत्व आज वंचित समाज की आवाज बन चुका है। कार्यक्रम की अध्यक्षता की रिंकू सिंह बुंदेला, जिला संयोजक, जेडीयू चित्रकूट ने। मुख्य अतिथि रहीं शालिनी सिंह पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष, जेडीयू उत्तर प्रदेश। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं पिंकी प्रजापति, नगर अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ, जेडीयू बांदा पंकज सिंह पटेल अपना दल एस प्रदेश कार्यकारणी सदस्य । मुख्य वक्ता शालिनी सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा: > “सामाजिक न्याय किताबों में नहीं, ज़मीन पर दिखना चाहिए। जब तक अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को सम्मानित भागीदारी नहीं मिलती, तब तक लोकतंत्र अधूरा है। जनता दल यूनाइटेड ने किन्नर समाज को संगठन में पद देकर यह सिद्ध कर दिया कि हम केवल बोलते नहीं, बदलते हैं।” इस सामाजिक-राजनीतिक आयोजन में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, संगठन पदाधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रमुख उपस्थिति में शामिल रहे: सद्दाम हुसैन, ज्योति मौर्य, बाबूलाल चौधरी, बिहारी लाल अनुरागी, मुकेश पटेल, जानकी देवी, अंकित प्रताप, मुकेश सरदार, संदीप पटेल, दीपू पटेल, अजय पटेल, चंद्रकांत त्रिपाठी, कुलदीप पटेल, मोहम्मद फहीम, लाला। किन्नर समाज से: शिवानी किन्नर, कमला किन्नर, काजल किन्नर, मुस्कान किन्नर, पूजा किन्नर सहित 200 से अधिक लोग कार्यक्रम में शामिल हुए। यह आयोजन सिर्फ श्रद्धांजलि नहीं था — यह सामाजिक चेतना और भागीदारी का उद्घोष था। मंच पर किन्नर समाज की भागीदारी सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि संवैधानिक अधिकार और संगठनात्मक सम्मान का परिचायक बनी। इस ऐतिहासिक क्षण ने यह स्पष्ट कर दिया कि जनता दल यूनाइटेड की राजनीति केवल सत्ता नहीं, समाज के अंतिम व्यक्ति तक सम्मान पहुँचाने का संकल्प है।