कलवार समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करे सरकार - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन कलवार सेवक समाज
निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। पी के चौधरी के नेतृत्व में आयोजित राज्य स्तरीय महा धरना में दिखी चट्टानी एकता - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन चित्रकूट।पटना बिहार सरकार को कलवार समाज के लोगों को अति पिछड़ी जाति में शामिल आज नहीं तो कल करना ही होगा। कलवार समाज किसी भी राजनीतिक दल का बंधुआ मजदूर नहीं है। अपने हक हुकूक के लिए बिहार प्रदेश का एक एक कलवार एक सूत्र में बंध गया है। कलवार के चट्टानी एकता के सामने कोई राजनीति नहीं होगी। उक्त बातें, कलवार सेवक समाज के संस्थापक अध्यक्ष डॉ अरविन्द वर्मा ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा पी के चौधरी के नेतृत्व में दिए गए राज्य स्तरीय महाधरना का कलवार सेवक समाज पूर्ण रुपेण समर्थन करती है। डॉ वर्मा ने कहा कलवार समाज के डॉ काशी प्रसाद जायसवाल, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शहीद बृज बिहारी प्रसाद ने कलवार समाज ही नहीं अन्य वर्गों के हितार्थ कई कार्य किए जो आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है। कलवार समाज सरकार बनाने में अपनी भूमिका निभाती आ रही है, मगर सरकार लगातार कलवार समाज की उपेक्षा कर रही है। अब, बर्दाश्त से बाहर हो गया। कई पिछड़ी जातियों को बिहार सरकार ने अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया है। इस महाधरना में प्रायः हर राजनीतिक दल के सदस्यों का जमावड़ा दिखा। आगे डॉ वर्मा ने कहा अगर सुशासन की सरकार कलवार को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल नहीं किया तो आने वाले विधान सभा चुनाव में नतीजा भुगतना पड़ेगा। चुनाव में बिहार के सारे कलवार एकजुट होकर एक एक मत उस पार्टी को देगी जो कलवार समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करेगी या करने के वायदा करेगी। कलवार समाज के महाधरना में शामिल प्रमुख लोगों में प्रमुख थे पी के चौधरी, दिनेश भगत, डॉ सुबोध कुमार, सीमा गुप्ता, सुप्रिया भगत, उदय शंकर भगत, गणेश भगत, जय कृष्ण भगत, मानव भगत, सुशील व्याहुत, मधुबाला तथा राजीव रंजन आदि।