"आत्मा का परमात्मा से मिलन ही योग है."...

"आत्मा का परमात्मा से मिलन ही योग है."...

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौलीगौसपुर बाराबंकी । उत्तरप्रदेश सीतादेवी महाविद्यालय मे आज 21जून 'विश्व योगदिवस'के अवसर पर सभी प्राध्यापको ने योग के माध्यम से छात्रों को जागरूक किया। महाविद्यालय के निदेशक श्री अभिषेक शुक्ला जी ने योग सूत्र के अष्टांग योग पर अपने योग अनुभव पर  प्रकाश डालते हुए छात्रों को बताया कि योग के ये आठ तत्व, जिन्हें अंग कहा जाता है, यम (संयम), नियम (पालन), आसन (योग मुद्रा), प्राणायाम (श्वास नियंत्रण), प्रत्याहार (इंद्रियों को वस में लेना), धारणा ( मन की एकाग्रता), ध्यान (ध्यान) और समाधि (अवशोषण या स्थिरता) हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ 0 करुणेश तिवारी जी तनाव को दूर करने के लिए भ्रामरी प्राणायाम  और अनुलोम विलोम प्राणायाम करने की सलाह दी। महाविद्यालय के योग गुरु श्री गोकरन नाथ पांडे जी ने पद्मासन, वज्रासन, शवासन, भुजंगासन, और त्रिकोणासन करके लोगो को योग के प्रति जागरूक किया।