मानक के अनुरूप न होने के बावजूद भी सीएमओ ने अपने चहेतों को दे दिया टेंडर, जाँच के आदेश

मानक के अनुरूप न होने के बावजूद भी सीएमओ ने अपने चहेतों को दे दिया टेंडर, जाँच के आदेश

संत कबीर नगर 16 जुलाई। उत्तर प्रदेश में संत कबीर नगर जिले के सीएमओ पर सीधा आरोप लगाते हुए रामचंद्र चौधरी ने बुधवार को कहा कि साफ सफाई और लॉन्ड्री सेवा हेतु जेम निविदा में मनमानी कर सीएमओ ने अपने चहेते फर्म को टेंडर दे कर बंदरबाट का कार्य किया है। जबकि सरकार की मंशा के अनुरूप वह दूर-दूर तक मानक में नहीं है।

*सीएमओ पर गिर सकती है गाज* .

रामचंद चौधरी ने बताया कि सीएमओ संत कबीर नगर ने 2025 में साफ सफाई एवं लॉन्ड्री सेवा हेतु टेंडर दिया गया था।

*24 फर्मो ने किया आवेदन जिसमें से सीएमओ ने किया को 21 खारिज* 

जिसमें लगभग 24 फर्मो ने पोर्टल के माध्यम से अपना आवेदन किया था। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपेक्षा इंटरप्राइजेज- कानपुर, जन संसाधन केंद्र -कानपुर और ए एस ग्रुप कानपुर नामक तीनों फर्मो को योग घोषित कर दिया। बाकी 21 फर्मो को अयोग्य घोषित करते हुए। प्रतिस्पर्धा को ही खत्म कर दिया। यदि कोई अन्य फर्म ने अपना पक्ष पोर्टल पर अपलोड भी किया तो उसे सीएमओ ने दरकिनार कर दिया और जन संसाधन केंद्र कानपुर को लगभग शत प्रतिशत निविदा की अनुमति लागत पर निविदा प्रदान कर दी गई। 

*ऐसी फर्म को मिली निविदा जो सरकार के मानसा के अनुरूप नहीं*

सीएमओ ने उक्त निविदा को ऐसी फर्म को दिया जिसका रजिस्ट्रेशन भी अभी 5 वर्ष पूरे नहीं हुए हैं। जबकि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अनुभव कम से कम 5 वर्ष का होना अनिवार्य है। इससे यह स्पष्ट है कि राजकीय कोष को जानबूझ कर आर्थिक क्षति पहुंचने का कार्य किया गया है।

*रामचंद्र चौधरी के पास आरोपित सभी साक्ष्य मौजूद*

श्री चौधरी ने आगे बताया कि गत दिनों जिलाधिकारी आलोक कुमार को दिए गए ज्ञापन के संदर्भ में आज मुझे साक्ष्यों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा गया था। जिसके लिए आज मैं साक्ष्यों के साथ उपस्थित हुआ हूं। तीन से चार दिनों के अंदर जांच हो जाने की संभावना है।