300 से अधिक छात्र छात्राओं को टेबलेट का किया गया वितरण

300 से अधिक छात्र छात्राओं को  टेबलेट का किया गया वितरण

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अनिल तिवारी।

भदोही। ओम उच्च शिक्षा संस्थान छतमी मे सोमवार को लैपटॉप और स्मार्टफोन वितरण का आयोजन किया गया। जहां पर 300 से अधिक छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन का वितरण किया गया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वालित किया। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि का संस्थान के अध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने माल्यार्पण करके और स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि मोबाइल टेबलेट पाएंगे आज ओम उच्च शिक्षा संस्थान मैं पहली भाव नहीं आया हूं मैं तीसरी बर आया हूं और अपने भाई हूं तो इससे बड़ी खुशी मेरे लिए भी कुछ नहीं है मैं धनयवाद देना चाहता हूं यहां के प्रबंधक जी को भाई अभय मिशरा जी को जिनका स्नेह और प्यार मेरे तक इतना है की भाई भी उतना तैयार नहीं करेेगा जिंदा भाई अभाव करते हैं मैं बहुत-बहुत धनयवाद देता हूं भाई आज है कल नहीं जाएगा ये मेरे भाई और मेरे बहाने भी मेरे कम आएंगे जब ये कर्ताव्या है की बहनों और भाइयों को उचित दो तो आईएसलिए मैं अगली बर जमाया था तो मैं बेकर मेरी बहाने किचन में आती है मेरे भाई भी चल के आते हैं तो कीच़ड में पानी फिर लगता है तो मैं वाड़ा किया था मैं आऊंगा तो अगली बर सीसी रोड बनी रहेगी तभी वाहन मिला इसी भाई हम सब के काजल स्वरूप जय शंकर डूबे जी और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बड़े भाई आनंद मिशरा जी और प्राचार्य जी और संचालन कर रहा था हम लोगों ने जानती हो की उनको भाई रफ्तार कर लिए जिनके पासओं का भंडार है उनका कहना है क्या ऐसे भाई शुभकामनाएं देता हूं की भाई जिस तरह से आप लगन थे अन शिक्षण संस्थान में लगे हैं और हमारे भाई और बहनों के चेहरों के मुस्कान है मैं पहुंचा हूं भागो नहीं नहीं प्योर उत्तर प्रदेश में आईएस विद्यालय का नाम रोशन हमारे और हमारे लिए मुझे विश्वास है अधिक समय बात है माहअनुभव भाइयों को मोबाइल पंचायत तो यही है आज घर पे तो खुशियों का माहौल रहेगा तो खुशियों का माहौल रहेगा और बगल में उदासी भी रहे की जो बहाने पाड़ाती नहीं होगी आज घर में तुलसी भी जाएंगे और हमारे भाई भी जाएंगे एक जैसा ओ है आज तो हमारी बटों की बात आये हमारे भाइयों को मार पाए हमारे चाहे जहां भी जाएंगे टेबलेट पा रहा है पढ़ने में अच्छा है तो आईएसलिए हमारी बेटी पाई है अगर सामने में नहीं पाती आज हर मैं बाप का सपना होता है की हमारा बेटा होता है बेटी हो हमारा जोर से कामना कर डे इससे बड़ी मैं बाप को कोई बुद्धि नहीं होती है जब आज हमारी मंगे हमारे भाई घर से जाएंगे तो खुशियों का माहौल यही रहेगा और घर पे आज पूछए जाएगा विद्यालयों का डे सकता है और मैं सबसे पहले अपनी मायके भी बताएगी की मेरी बेटी रानी और मेरा बेटा मोबाइल आया है इससे बड़ी खुशी कोई नहीं होता है और और दोनों कहना चाहता हूं ईतवीर और मोबाइल जो आपके लिए दिया जा रहा है इसका हमेशए उपयोग करना है कभी मत करना क्योंकी अभी आपकी लंबी है अभी आपको आगे बढ़ाना है आचार चलो चाहे कितनी भी उठा लिया मैने ए जाए पहाड़ ऊंचे क्यों हो आप फिर मैं खा लो की मुझे उस पार जना है तो कोई बात है कहाँ और ढाई जब नहीं है की जो सफल ना हो जाए अरे जब हमारे लोग अंतरिक्ष में पहुंच जा रहे चंद्रमा पे पहुंच जा रहे हैं तो हमारे भाई और बहन क्यों ना पहुंच जाएंगे जहां सोचेंगे हकीकत सच्चाई यही है तो मैं धर्म और भाइयों से कहना चाहता हूं हमेशए संस्थान का और अपने मैं बाप का नाम हो सकता है मैं भी वाहन जाऊं आप दुसरे जगह पे बैठी रहेेंगे मैं बगल में बैठूंगा तब आपको याद आएगा वो एक दिन नहीं मोबाइल मुझे हाथ में किए थे नहीं जान सक्ति है और आप लोगों द्वारा ही हमारा भदोही का नाम गौतम होगा और जब आता है की करेेगा और आप लोग आगे चाहेंगे तो आगे ही हमेशए तर्ककी करेेगा भदों जी और ऐसा कौन भाई है जो अपने भाइयों और बहनों के चेहरे पे खुशियां देते हैं हर भाई का यही कर्ता होता है की मैं कितना भी का था एक दो बहनों ने मुझे फोन किया था मैं उनके घर भी रोड बनवाया हूं तो मुझे दिखाई नहीं पद रही है मैं काह के बिना था की जो भी बहनों को ग्रहण करो आपका भाई 6 महीने के अंदर एक करके दिखा देगा ना की ज्यादा समय लेगा और बहुत कुछ है पर आपने बहुत पहले से आये हैं कुछ पने देख ही रहा हूं तो रही उनको ऊपर सो रही है की यह मोबाइल चलता रहेगा तो हम थोड़ा बस पानी रूक जाए इसके बाद आप लोगों का ही नंबर आएगा भाइयों का ही नंबर आएगा और आपको कहना चाहते हैं इसके पहले भी बहुत सरकारी थी कभी ऐसा नहीं हुआ था की मैं किसी विद्यालय में आदरनीय श्री योगी आदित्यनाथ महाराज जी की डेन है की हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं और इसके पहले सब थी बहुत लोगों की थी पर अन लोगों का एक ही बांडा था की जात देख देख करके हम दसरों को नहीं डेंगे हम सिर्फ अपनों को डेंगे और यहां पे चाहे का हिंदू होता है मुसलमान हो सबके लिए इस्तेमल ऐसा किसी से शिक्षा उठा के एक प्रस्तएवी पास किया की हमारी गे ने हमारे भाई हमारे बेटे सब लोग घर पे रहाकर के मोबाइल और तो महाराज जी की डेन है जी हमारे झगड़ों पर आये और उन्हीं की बी है तो मैं तो फिर माता रानी साहित प्राथना करूंगा हमेशए की जिस प्रकार से आज खुशी है। इस मौके पर भारी संख्या मे लोग मौजूद रहे।