राणा सांगा स्मारक को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग, खनुआ बांध को एएसआई की सूची में शामिल किया जाए: सिविल सोसाइटी आगरा

राणा सांगा स्मारक को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग, खनुआ बांध को एएसआई की सूची में शामिल किया जाए: सिविल सोसाइटी आगरा

निष्पक्ष जन अवलोकन। कमलेंद्र सिंह(शिवम् सिकरवार)

  आगरा। सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मांग की है कि महाराणा संग्राम सिंह का खनुआ (खानवा) स्थित स्मारक को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए और खनुआ बांध को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की संरक्षित स्थल सूची में शामिल किया जाए। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि यह स्मारक राजपूत-मुगल संघर्ष के ऐतिहासिक प्रसंगों का साक्ष्य है। यहां राणा सांगा की प्रतिमा के साथ मेवात के शासक हसन खां मेवाती और चंदेरी के शासक मेदिनी राय की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं, जिन्होंने राणा सांगा के साथ मिलकर बाबर से वीरतापूर्वक युद्ध किया था। सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के अध्यक्ष डॉ. शिरोमणि सिंह, सचिव अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना और असलम सलीमी ने बताया कि स्मारक की पृष्ठभूमि में स्थित विशाल खनुआ बांध को राजस्थान सिंचाई विभाग द्वारा जल शून्य कर दिया गया है। जबकि स्मारक की मूल संरचना इस जलसंचय प्रणाली को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह बांध क्षेत्रफल में सरदार सरोवर परियोजना से भी बड़ा है। संगठन ने आग्रह किया है कि जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठन राणा सांगा स्मारक और खनुआ बांध को संरक्षित और पुनर्जीवित कराने के लिए भारत सरकार और राजस्थान सरकार के समक्ष यह मुद्दा प्रमुखता से उठाएं। साथ ही खनुआ बांध को जलयुक्त बनाकर स्मारक की ऐतिहासिक गरिमा को पुनः स्थापित किया जाए।