पचपेड़वा विकासखंड हरिया चंद्रसी में कोटेदार धीरज पाल पर वितरण में राशन गंभीर अनियमितताओं के

पचपेड़वा विकासखंड हरिया चंद्रसी में कोटेदार धीरज पाल पर वितरण में  राशन गंभीर अनियमितताओं के

निष्पक्ष जन अवलोकन। जनपद बलरामपुर के पचपेड़वा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत हरिया चंद्रसी में कोटेदार धीरज पाल पर गंभीर आरोप लगे हैं। गांव के कई लाभार्थियों ने बताया कि कोटेदार अंगूठा लगवाने के बाद पूरी राशन सामग्री नहीं देता। घाटतोली कर राशन कम तौल कर दिया जाता है, जिससे ग्रामीणों को पूरे महीने भर पेट भोजन नहीं मिल पाता और कई बार भूखे पेट सोने की नौबत आ जाती है। गरीबों के हक पर डाका डालने का यह सिलसिला यहीं नहीं रुकता। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर कोई इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने की कोशिश करता है तो कोटेदार द्वारा उसे धमकाया जाता है। कहा जाता है कि “बहुत बोले तो राशन कार्ड कटवा देंगे या फर्जी मुकदमा में फंसा देंगे।” यह डर का माहौल गांव में फैला दिया गया है, जिससे ज़्यादातर लोग चुपचाप शोषण सहने को मजबूर हैं। अंत्योदय कार्ड धारकों को मिलने वाली शक्कर भी कोटेदार की लूट से अछूती नहीं है। शासन के नियमानुसार जहाँ 3 महीने में 3 किलो शक्कर मिलनी चाहिए, वहीं उन्हें सिर्फ 1 किलो शक्कर दी जाती है, वह भी सरकारी दर से ज्यादा रेट पर। इससे साफ है कि कोटेदार न सिर्फ शासन की योजनाओं को पलीता लगा रहा है, बल्कि गरीब जनता के अधिकार को भी कुचल रहा है। जब इस मामले में संवाददाता द्वारा सप्लाई इंस्पेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा, “मामला संज्ञान में आया है। शीघ्र जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।” ग्रामीणों की मांग है कि कोटेदार धीरज पाल को तत्काल निलंबित कर निष्पक्ष जांच हो और गरीबों को उनका पूरा हक का राशन मिले। यदि प्रशासन समय रहते कठोर कदम नहीं उठाता, तो यह भ्रष्टाचार और भी गहरा जड़ पकड़ लेगा। यह सिर्फ राशन की लूट नहीं, गरीब के पेट से निवाला छीनने का अपराध है। सरकार की ‘राशन आपके द्वार’ जैसी योजनाएं तभी सार्थक होंगी, जब गांवों में इनका ईमानदारी से पालन हो।