बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे हैं स्काई नर्सिंग होम सिस्टम की नाकामी या मिली भगत

निष्पक्ष जन अवलोकन संवाददाता रुबीना खातून । बलरामपुर जनपद के पचपेड़वा क्षेत्र अंतर्गत जूड़ी कुइया चौराहे पर संचालित "स्काई नर्सिंग होम" को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह नर्सिंग होम बिना किसी वैध पंजीकरण के लंबे समय से संचालित हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस अवैध संस्थान में न केवल रोगियों का इलाज हो रहा है, बल्कि 24 घंटे संचालित इमरजेंसी वार्ड भी चालू है। बताया जा रहा है कि नर्सिंग होम में मौजूद चिकित्सा सुविधाएं इतनी बेहतर हैं कि दूर-दराज़ के मरीज भी यहां इलाज के लिए आते हैं। जगह-जगह प्रचार-पसार के माध्यम से इसे एक सक्षम अस्पताल की तरह प्रस्तुत किया गया है। मरीजों की भीड़ और वार्ड में भर्ती की जाने वाली महिलाओं और बच्चों की संख्या भी किसी अधिकृत अस्पताल की तरह है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर ये नर्सिंग होम किसके सहारे चल रहा है? क्या जिला स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी नहीं है? या फिर मिलीभगत से यह सब कुछ आंखों के सामने होते हुए भी अनदेखा किया जा रहा है? स्थानीय लोगों का कहना है कि स्काई नर्सिंग होम के पीछे कुछ प्रभावशाली लोगों का हाथ है, जिसकी वजह से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। नर्सिंग होम में कार्यरत स्टाफ की योग्यता और अनुभव पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यहां कई बार गलत इलाज और लापरवाही की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। फिर भी, जिम्मेदार अधिकारी मौन हैं। पचपेड़वा जैसे ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की कमी के चलते लोग मजबूरन इस अवैध संस्थान की ओर रुख कर रहे हैं। यदि जल्द ही इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है जिसकी ज़िम्मेदारी नर्सिंग होम से ज़्यादा उन अधिकारियों की होगी जो आज चुपचाप तमाशा देख रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या जिला प्रशासन, CMO और स्वास्थ्य विभाग इस खबर को संज्ञान में लेकर ठोस कदम उठाते हैं या यह मामला भी बाकी मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाएगा।