आउटसोर्स कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में जल संस्थान श्रीनगर में उग्र प्रदर्शन, कर्मचारियों ने लगाई न्याय की गुहार।

आउटसोर्स कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में जल संस्थान श्रीनगर में उग्र प्रदर्शन, कर्मचारियों ने लगाई न्याय की गुहार।

श्रीनगर गढ़वाल।अंकित उनियाल

उत्तराखंड जल संस्थान में विगत 25 से 30 वर्षों से आउटसोर्स के माध्यम से सेवा दे रहे कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के हटाए जाने के विरोध में आज श्रीनगर श्रीकोट मुख्य पंप हाउस से एक विशाल रैली निकाली गई। यह रैली कर्मचारियों के समर्थन में क्षेत्रीय जनता एवं राज्य आंदोलनकारियों के सहयोग से आयोजित की गई, जिसमें सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया।प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों का कहना है कि मध्यप्रदेश की सिद्धेश्वर सिक्योरिटी नामक कंपनी द्वारा JAM पोर्टल के माध्यम से अनुबंधित कर्मचारियों को ना केवल अनियमित रूप से हटाया गया है, बल्कि उन्हें विगत चार महीनों का वेतन, ईपीएफ और ईएसआई का भी भुगतान नहीं किया गया हैकर्मचारियों ने बताया कि उनकी आयु अब 35 से 50 वर्ष के बीच हो चुकी है, ऐसे में नई नौकरी मिलना अत्यंत कठिन है क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी जवानी जल संस्थान को समर्पित कर दी। यहाँ तक कि कोरोना काल जैसे कठिन समय में भी इन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर जलापूर्ति जैसी अति आवश्यक सेवा को सुचारु बनाए रखा।प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उनकी बात माननीय मुख्यमंत्री तक पहुँचे और उन्हें पुनः पूर्ववत उनके कार्यस्थलों पर बहाल किया जाए।रैली जब श्रीनगर तहसील कार्यालय पहुँची, तो कर्मचारियों ने उपजिलाधिकारी (SDM) को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया, लेकिन SDM ने अस्वस्थता का हवाला देते हुए ज्ञापन स्वीकारने में असमर्थता जताई। इस पर तहसीलदार ने ज्ञापन को स्वीकार किया।कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी माँगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे सचिवालय कूच, जल संस्थान मुख्यालय देहरादून में प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन, तालाबंदी, कार्य बहिष्कार और आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे। इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन और विभागीय अधिकारियों की होगी।