पचपेड़वा विकासखंड में खोकला ग्राम पंचायत सचिवालय नवाडीह बिना सुविधा के खड़ा है शोपीस जैसे

पचपेड़वा विकासखंड में खोकला ग्राम पंचायत सचिवालय नवाडीह बिना सुविधा के खड़ा  है शोपीस जैसे

निष्पक्ष जन अवलोकन। बदरूजमा चौधरी। बलरामपुर जनपद के पचपेड़वा विकासखंड नवाडीह अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बने पंचायत सचिवालय महज शोपीस बनकर रह गए हैं। लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए इन सचिवालय भवनों में न तो बिजली की व्यवस्था है, न ही टेबल-कुर्सी जैसी बुनियादी सुविधाएं। पंचायत सचिवालय का उद्देश्य था कि गांव की जनता को स्थानीय स्तर पर सुविधा मिले, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। कई सचिवालयों में न इनवर्टर है न बैट्री, न ही कोई पंखे या रोशनी की सुविधा उपलब्ध है। सचिवालय में कार्य करने वाले ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्रामीणों को भी भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये सचिवालय सिर्फ दिखावे के लिए बने हैं। सरकार और जिम्मेदार अधिकारियों से मांग है कि इन सचिवालयों को पूर्ण रूप से क्रियाशील बनाया जाए ताकि ग्रामीणों को सही लाभ मिल सके