छात्रा स्नेहा हत्याकांड के विरोध में आक्रोश मार्च में नेतृत्वकर्ता सांसद पप्पू यादव ने दिखाया आक्रोश, की नारेबाजी

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।खगड़िया जिला मुख्यालय स्थित चित्रगुप्तनगर थाना से महज एक मीटर की दूरी पर राजेन्द्र नगर मोहल्ला के वार्ड नंबर 29 में स्व० रामेश्वर प्रसाद सिंह के पुत्र अरुण कुमार सिंह और वरुण सिंह के मकान में अलौली के बहादुरपुर थानांतर्गत बुधौरा ग्राम वार्ड नंबर 10 निवासी अरुण कुमार जायसवाल की 17 वर्षीय पुत्री स्नेहा कुमारी विगत दो महीने से किराए पर रह कर कोशी साइंस क्लासेस में नामांकन करा कर पढ़ रही थी। विगत 14 जुलाई को स्नेहा अपने पिता से लगभग 02 बजे दिन में फोन पर बोली एक लड़का मुझे फोन पर तंग तबाह करता है। पिता ने कहा उसका फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दो। 15 जुलाई की सुबह साढ़े सात बजे पुत्री से फोन पर बातचीत करने का प्रयास किया तो स्विच ऑफ मिला। इसके बाद स्नेहा के पिता ने मकान मालिक अरुण सिंह से 7870555355 पर बातचीत कर पुत्री स्नेहा से बात कराने को कहा उसपर उन्होंने कहा आपकी पुत्री फांसी लगा ली है। स्नेहा के पिता अरुण कुमार घटना स्थल पर पहुंचे दृश्य देखकर अचंभित हुआ। अरुण कुमार ने इस अप्रिय घटना को हत्या बताया। चित्रगुप्तनगर थाना में बीएनएस 23 के धारा 103 (1), (3), (5) के तहत एफआईआर संख्या 73/25 दिनांक 15 जुलाई 2025 दर्ज कर लिया गया। पुलिस की कच्छप गति से कार्रवाई से नाराज़ मृतक छात्रा स्नेहा के परिजन और ग्रामीणों ने हत्यारे को फांसी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को लेकर विगत 20 जुलाई को एक विशाल आक्रोश रैली निकाली गई जिसका नेतृत्व पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने किया। रेडक्रॉस भवन से पैदल मार्च करते हुए डॉ राजेन्द्र प्रसाद चौक तक सांसद विशाल जन समूहों के साथ पहुंचे और संबोधित किए। पैदल मार्च में महिलाएं ,पुरुष और युवा वर्ग समूह भी शामिल थे जिनके हाथों में विभिन्न नारे अंकित थे जिनमें प्रमुख हैं वी वांट जस्टिस, स्नेहा के हत्यारे को फांसी दो, पुलिस प्रशासन हाय हाय आदि। सांसद पप्पू यादव ने मृतक छात्रा स्नेहा के पिता अरुण कुमार जायसवाल, माता कंचन देवी, पुत्री कोमल जायसवाल तथा भाई आकाश जायसवाल से मिलकर उन्हें ढ़ाढस बंधाया और उनके समक्ष ही सांसद पप्पू यादव ने बेगुसराय के डीआईजी से फोन पर कहा मामला बहुत गंभीर है, हजारों लोग आक्रोशित हैं इस केस को थाना प्रभारी और डीएसपी छोड़कर किसी ईमानदार छवि के पुलिस अधिकारी से जांच कराकर पीड़ित को न्याय दिलाएं। उपस्थित जनसमूहों को संबोधित करते हुए सांसद पप्पू यादव ने कहा घटना बहुत शर्मनाक है। आज हमारी मां बहनें सुरक्षित नहीं हैं। पूरे बिहार में अराजकता की स्थिति बनी हुई है। हॉस्टल और कोचिंग सेंटरों की मिली भगत से ही ऐसी अप्रिय घटनाएं हो रही है। सरकार असंवेदनशील ही गई है। आगे उन्होंने कहा मैं पूरे बिहार में विगत 1984 से ही लोगों के दुःख दर्द में शामिल होकर दुःख बांटने और उन्हें उचित न्याय दिलाने का कार्य कर रहा हूं। आपलोगों से वादा करता हूं कि बेटी स्नेहा के परिजन को न्याय दिलाने के लिए एसआईटी गठन, स्पीडी ट्रायल कर गहन जांच और दोषी को सजा दिलाने के लिए संसद में भी आवाज उठाऊंगा। आक्रोश मार्च में अलौली प्रखंड, बखरी प्रखंड, बेगुसराय, सहरसा और खगड़िया के हर वर्ग के लोग शामिल थे, जिनमें प्रमुख हैं बेगुसराय के वीरेन्द्र चौधरी, राकेश चौधरी, संजना जायसवाल, संजय चौधरी, संजय जायसवाल, डॉ राजेश रौशन, रीना जायसवाल, सहरसा से सोनी कुमारी जायसवाल, बखरी से आकाश जायसवाल, खगड़िया से सदाशिव जायसवाल, अनिल जायसवाल, विवेक भगत, मधुबाला देवी, किरणदेव यादव, उमेश ठाकुर, गुड्डू ठाकुर, माखन साह, मनोज कुमार तथा गायत्री देवी आदि।