विद्युत लाइन पर एक प्राचीन पेड़ उखड़ कर टिका, कभी भी हो सकता है हादसा

विद्युत लाइन पर एक प्राचीन पेड़ उखड़ कर टिका, कभी भी हो सकता है हादसा
विद्युत लाइन पर एक प्राचीन पेड़ उखड़ कर टिका, कभी भी हो सकता है हादसा

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। जामूं गांव के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से समस्या निराकरण के लिए लगाई गुहार चित्रकूट।कमासिन( बांदा) एक तरफ योगी सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में जन सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने तथा जन समस्याओं का निराकरण करने के लिए संकल्पित है वहीं जनपद बांदा के बबेरू तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत जामूं में मूल भूत सुविधाओं का अभाव तो है ही वहीं तमाम जन समस्याएं भी हैं जिनका निराकरण करने वाला कोई नहीं है। एक अच्छी प्राचीन पेड़ जमीन से उखाड़ कर विद्युत लाइन पर टिका हुआ है इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। विद्युत विभाग कुंभकरणी नींद में सो रहा है। गांव के मुन्नीलाल गुप्ता रामप्रताप तिवारी राजा तिवारी कृष्णपाल यादव राजू यादव जयकरण सिंह नत्थू वर्मा विनोद राजपूत राममिलन भूपत विश्वकर्मा केशव राजपूत आदि लोगों ने अवगत कराया कि अमृत सरोवर बाबा तालाब के पास पप्पू पांडेय के घर के सामने एक अति प्राचीन पीपल का पेड़ जमीन से उखड़ कर विद्युत लाइन पर टिका हुआ है,यह समस्या चार-पांच वर्षों से है यह कभी भी कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है शायद बिजली विभाग को किसी बड़े हादसे का ही इंतजार है तभी वह ग्रामीणों की आवाज अनसुनी कर रहा है । यदि किसी दिन आंधी तूफान आया और यह पेड़ का दबाव बना तो विद्युत तार और विद्युत पोल सड़क पर गिर सकता है और कोई बड़ी घटना हो सकती है जिससे जन हानि या कोई भी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता । ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने समस्या के निराकरण के लिए अपने ग्राम प्रधान, विद्युत विभाग के अधिकारियों ,कर्मचारियों को अवगत करा चुके हैं लेकिन आज तक समस्या जस की तस बनी हुई है। गांव के कृष्ण अवतार फूलचंद विश्वकर्मा चैतुआ वर्मा प्रदीप तिवारी कुशल पांडे  राम गौतम ने कहा कि आज तक किसी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी ने इस समस्या के निराकरण कराने की ओर ध्यान नहीं दिया । ग्रामीणों का कहना है कि यस मार्ग में स्कूली बच्चों का भी आवागमन रहता है वृद्धि गांव की सभी लोग आते जाते रहते हैं कभी भी कोई घटना हो जाएगी तो बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है, राकेश वर्मा का कहना है कि घटना कभी भी हो सकती है इसलिए वे लोग बेहद चिंतित हैं और अपनी आवाज को मीडिया के माध्यम से उजागर कर रहे हैं। उनकी मांग है कि जिला प्रशासन इस समस्या का निराकरण कराए ताकि कोई बड़ी घटना घटित न हो सके