लेखपाल पर 70 हजार रुपये रिश्वत लेने का आरोप, चकरोड मापने में लापरवाही
निष्पक्ष जन अवलोकन।मनीष सिंह जादौन उरई (जालौन) नदीगाँव निवासी महाराज सिंह पुत्र जंगी ने लेखपाल नरेन्द्र कुमार झा पर 70 हजार रुपये रिश्वत लेने और चकरोड की पैमाइश में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। श्री सिंह ने इस संबंध में जिलाधिकारी को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपा है, जिसमें लेखपाल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।प्रार्थना पत्र के अनुसार, गाटा संख्या 69, जो चकरोड का हिस्सा है, को राम सिंह, लाखन सिंह, और बहोरन सिंह ने बखरकर अपने खेतों में मिला लिया। इसकी शिकायत महाराज सिंह ने 9 जून 2025 को तहसील दिवस में की थी। उप जिलाधिकारी कोंच ने लेखपाल देहा को पुलिस के साथ मौके पर जाकर पैमाइश करने और चकरोड का रकबा निकालने का आदेश दिया था। पैमाइश के बाद भी आरोपियों ने चकरोड को फिर से अपने खेतों में मिला लिया। महाराज सिंह ने बताया कि जब उन्होंने इसकी再度 शिकायत उप जिलाधिकारी कोंच को की, तो लेखपाल नरेन्द्र कुमार झा ने उनसे 70 हजार रुपये रिश्वत मांगी और चकरोड निकालने का आश्वासन दिया। लेकिन लेखपाल ने न तो पैमाइश की और न ही रकबा निकाला। जब प्रार्थी ने रिश्वत की रकम वापस मांगी, तो लेखपाल ने धमकी दी कि वह सरकारी कर्मचारी हैं और शिकायत करने पर प्रार्थी के खेत का रकबा और कम कर देंगे। प्रार्थी ने रिश्वत की राशि से संबंधित फोटो सबूत के रूप में प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न किए हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय समाचार पत्रों में भी लेखपाल की करतूत की कहानी प्रकाशित की गई है। प्रार्थी ने जिलाधिकारी से लेखपाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में समाज सेविका आरती त्रिपाठी और आखिल भारत हिन्दू महासभा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री दिव्यांशु त्रिपाठी ने भी प्रार्थी का समर्थन किया है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश है, और प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।