भाकपा माले एक्टू संयुक्त बैनर तले सुखदेव ए आजम भगत सिंह राजगुरु के शहादत पर शहीदों का किया गया माल्यार्पण

निष्पक्ष जन अवलोकन।मनीष सिंह जादौन उरई(जालौन)‌‌।शहीद ए आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के शहादत दिवस पर भाकपा माले एक्टूसंयुक्त बैनर तले शहीदे आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के शहादत दिवस पर सबसे पहले भाकपा माले जिला सचिव कामरेड राजीव कुशवाहा ने शहीदों का माल्यार्पण किया इसके बाद एक्टू के राष्ट्रीय पार्षद कामरेड राम सिंह चौधरी ने शहीदों का माल्यार्पण किया इसके बाद सभी कॉमरेड साथियों ने माल्यार्पण करने के बाद भगत सिंह राजगुरु सुखदेव अमर रहे अमर शहीदों को लाल सलाम लाल सलाम के नारों के बाद क्रांतिकारी विचारों पर सेमिनार शुरू किया गया सेमिनार की अध्यक्षता इंकलाबी नौजवान सभा संयोजक कामरेड मुकेश मौर्य नेकी सेमिनार को संबोधित करते हुए एक्टू के राष्ट्रीय पार्षद कामरेड राम सिंह चौधरी ने कहा शहीद ए आज़म भगत सिंह राजगुरु सुखदेव ने भारत में आजादी और लोकतंत्र का वह ताना-बाना बुना जिससे साम्राज्यवादी दुनिया के ब्रिटानिया हुकूमत के तख्त और ताज को मिट्टी में मिला दिया उन्होंने गोरी चमड़ी वालों को ऐसा सबक सिखाया की पूरी दुनिया में आज तक उन्होंने सर उठाने की कोशिश नहीं की अंग्रेजों की जलियांवाला बाग के खूनी मंजर और भारत के लोगों का खून आज भी पुकार पुकार कर कहता है की फासीवाद और तानाशाही कि भारत में कोई जगह नहीं जलियांवाला बाग पर शहीद ए आजम भगत सिंह ने जो मंजर देखा उसे मंजर को देखकर ही उन्होंने अपने परिवार के क्रांतिकारियों की परंपरा अमर करने की ऐतिहासिक धरोहर अपने सीने में सजा ली थी और वहीं से उन्होंने अंग्रेजों को सबक सिखाने की कसम खा ली थी आज भी पूरे भारत में शहीद ए आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव की शहादत को बड़े जोश खरोस से मनाया ही नहीं जाता बल्कि भारत के नौजवान किसान मजदूर छात्र सभी इस देश के शहीदों के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लेते हैं ऐसे महान शहीद जिन्होंने पूरी दुनिया को अपनी ओर खींच कर क्रांति का रास्ता दिखाया आज उनको बार-बार लाल सलाम बोलते हैं और उनके सपनों का भारत बनाने का उनकी कुर्बानी उनके जज्बातों का इतिहास दोहराने का वक्त सामने आ खड़ा हुआ है एक तरफ भारत में फासीवाद सर उठा रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत में किसान मजदूर नौजवान छात्रों के आंदोलन के साथ-साथ शाहीन बाग और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के छात्रों के आंदोलन ने भारत के अंदर पनपने वाले नफरती माहौल को मिटाने के लिए सबसे अगली कतार में रहकर शहीद ए आजम भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के पद चोन पर चलकर उनकी विरासत को अमर करने का संकल्प ले लिया है आज देश में गरीबों के घर जलाए जा रहे हैं संतोषी जैसी बेटी थोड़े से चावल से भूख मिटाने के लिए आधार कार्ड लिंक ना होने की वजह से अपनी जान दे दे रही है कोरोना काल से लेकर नोटबंदी हाथरस कुंभ की भगदड़ में हुई सैकड़ो मौतौं ने मोदी योगी के सियासी निजाम कैसे खूनी खेल ने उनके चेहरों पर कालिकपोत दी है बेईमानी भ्रष्टाचार जंगल राज जैसे निजाम ने आम गरीब की कमर तोड़ दी देश की आर्थिक व्यवस्था गड्ढे में चली गई है देश में करोड़ नौजवान बेरोजगार होकर सड़कों पर भटक रहे हैं मां बहनों बेटियों की इज्जत आबरू के साथ खुद बीजेपी आईडी सेल जैसे नेता खुलेआम बलात्कार कर रहे हैं बिल्किस बानो के बच्ची हत्यारे बलात्कारी मालाओं से शोभित हो रहे हैं नफरतें कॉर्पोरेट परस्त सांप्रदायिक जहरीले अंग्रेजों के नाजायज गुलाम शहीदों के खिलाफ गवाही देने वाले शहीदों कफ़न घोटाला करने वाले पूरे देश को सांप्रदायिकता की आग में झोकना चाहते हैं इसलिए आज जम्हूरियत संविधान और देश बचाने का वक्त है इसमें सबसे ज्यादा सही दे आजम भगत सिंह के विचारों बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों के भारत बनाने का प्रश्न हमारे तुम्हारे सामने है आओ हम सब मिलकर नए भारत निर्माण के लिए किसान मजदूर नौजवान छात्र महिला दलित अल्पसंख्यक और मध्य वर्ग मेहनतकशों बुद्धिजीवियों साहित्यकारों के बीच बड़ी एकता कायम कर सड़क से संसद तक जन अधिकारों जनवादी भारत के निर्माण के लिए क्रांतिकारी जनवादी विचारों के भगत सिंह के विचारों के भारत निर्माण का संकल्प ले आगे भाकपा-माले जिला सचिव कामरेड राजीव कुशवाहा ने कहा की शहीद ए आजम भगत सिंह के विचारों को आत्मसात करने के लिए व्यावहारिक रूप से हमें आपको सही दे आजम भगत सिंह की विरासत और भारत के शहीदों के सपनों का भारत निर्माण के लिए हर कुर्बानी के जज्बे को अपने सीने में सजाना होगा हमें हर लड़ाई को आगे बढ़ना होगा तभी भारत को बदला जा सकता है आओ हम सब सही दे आजम भगत सिंह के शहादत दिवस पर संकल्प लेकर हम फासीवाद को मिटाकर दम लेंगे आज के शहादत दिवस होने वाले सेमिनार में प्रमुख रूप से कामरेड राजीव कुशवाहा कामरेड राम सिंह चौधरी कामरेड मुकेश चंद्र मौर्य कामरेड नरेंद्र कामरेड रामबाबू अहिरवार कॉमरेड रमेश चंद्र अहिरवार जितेंद्र चौधरी योगेंद्र सिंह श्री राम कुशवाहा कोवेंद्र पुरन कोवेन्द उपस्थित रहे।