बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक नया कदम: ‘सृजन नीर’ वाटर प्लांट का उद्घाटन

बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक नया कदम: ‘सृजन नीर’ वाटर प्लांट का उद्घाटन

निष्पक्ष जन अवलोकन अनिल खटीक राठ (हमीरपुर)। गरीब बच्चों की शिक्षा और बुंदेलखंड में स्थानीय स्तर पर रोज़गार सृजन के उद्देश्य से सामाजिक संस्था सृजन एक सोच द्वारा शुरू किए गए ‘सृजन नीर’ वाटर प्लांट का उद्घाटन रविवार को भव्य समारोह के बीच किया गया। यह प्लांट न केवल स्वच्छ और किफायती पानी उपलब्ध कराएगा, बल्कि इससे होने वाली आमदनी पूरी तरह शिक्षा के कार्यों में खर्च की जाएगी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती राजपूत ने उद्घाटन अवसर पर कहा, अब रोज़गार यहीं होगा, स्कूल यहीं होंगे, और सपने भी यहीं पूरे होंगे। सृजन नीर एक परिवर्तन नहीं, एक क्रांति है। उनके शब्दों में उम्मीद के साथ ममता की झलक भी साफ़ दिखी। नगर पालिका राठ के अध्यक्ष श्रीनिवास बुधौलिया ने आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, जब कोई एनजीओ शिक्षा के लिए इतना कुछ करता है, तो वह केवल संस्था नहीं रहती, एक जन आंदोलन बन जाती है। सृजन का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को दिशा देगा। पूर्व कृषि निदेशक डॉ. धनपत सिंह ने इस मौके पर कहा, जब जुनून और सेवा एक साथ चलते हैं, तो चमत्कार होते हैं — और सृजन की टीम वह चमत्कार कर रही है। हम हर कदम पर संस्था के साथ रहेंगे। दिल्ली से विशेष रूप से कार्यक्रम में शामिल हुए SVP एयर इंडिया जगबीर शाह सिंह ने मंच से घोषणा की, जो भी सबसे अच्छा हो सकता है, मैं सृजन के लिए करूंगा। संस्था के संस्थापक प्रभात सक्सेना ने अपने उद्बोधन में कहा, “यह सिर्फ पानी का प्रोजेक्ट नहीं है, यह उस हर बच्चे की मुस्कान है, जिसे पढ़ने का सपना है। उस हर माँ की आशा है, जो चाहती है कि उसका बेटा उसके पास रहकर ही काम करे, दूर शहरों में नहीं भटके। संस्था के सीईओ विकास कुमार तिवारी ने बताया कि यह तो महज़ शुरुआत है। 4-5 नई इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स जल्द ही आ रहे हैं। अब बच्चों के माँ-बाप को काम की तलाश में दूर नहीं जाना होगा। उन्हें यहीं गांव में ही रोज़गार मिलेगा। प्रोजेक्ट डायरेक्टर शिवांक श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि सात दिन के भीतर सृजन नीर’ की बोतल, पाउच और 20 लीटर डिब्बा हर बाज़ार में उपलब्ध होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह पानी न सिर्फ़ सस्ता होगा, बल्कि गुणवत्ता में भी सबसे बेहतरीन रहेगा। संस्था के सीओओ विनय गुप्ता ने कहा कि हर गांव में डिस्ट्रीब्यूटर बनाए जाएंगे ताकि गांव के युवाओं को स्वरोज़गार से जोड़ा जा सके। यह सिर्फ बिज़नेस नहीं, आत्मनिर्भरता की शुरुआत है। कार्यक्रम के अंत में संस्था के मेंटोर अश्वनी शर्मा ने अपने प्रेरणादायी वक्तव्य में कहा, “सृजन ने जो किया, वो और कोई एनजीओ नहीं कर पाया। अब समय है कि हम तकनीक, विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, का उपयोग कर इस कार्य को नई ऊंचाई दें।” इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष केजी अग्रवाल, सृजन के प्रोजेक्ट मैनेजर सीए चेतन जैन, प्रशांत, शालिनी तिवारी, महेंद्र, गोविंद, अतुल, नीलेश , फ़िनफॉक्स के सीईओ विपुल मोदी, गजेन्द्र, आकांक्षा, प्रतीक्षा, अक्षय आदि मौजूद रहे।