विकासखंड तुलसीपुर के ग्राम पंचायत शीतलपुर में फर्जी मनरेगा कार्य का खुलासा

विकासखंड तुलसीपुर के ग्राम पंचायत शीतलपुर में फर्जी मनरेगा कार्य का खुलासा

निष्पक्ष जन अवलोकन। जनपद बलरामपुर के विकासखंड तुलसीपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत शीतलपुर में मनरेगा योजना के तहत हो रहे कार्यों में भारी अनियमितताओं की खबर सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यहां आठ मजदूरों के नाम पर दो मास्टर रोल तैयार किए गए हैं, लेकिन मौके पर कोई भी मजदूर काम करता हुआ दिखाई नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना है कि मजदूरों की उपस्थिति केवल कागज़ों पर दर्ज है, जबकि वास्तव में कार्यस्थल पर न तो काम चल रहा है और न ही मजदूर मौजूद हैं। मनरेगा का उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराना और विकास कार्यों को गति देना है, लेकिन यहां स्थिति इसके विपरीत नजर आ रही है। मजदूरों की अनुपस्थिति के बावजूद भुगतान का दावा करना सरकारी धन के दुरुपयोग की ओर इशारा करता है। इससे न केवल योजना की साख पर सवाल उठता है, बल्कि जरूरतमंद ग्रामीणों के रोजगार के अधिकार का भी हनन हो रहा है। जब इस मामले पर विकासखंड तुलसीपुर के बीडीओ से दूरभाष पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने स्वीकार किया कि शिकायत संज्ञान में आई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण में पारदर्शी और निष्पक्ष जांच हो, ताकि ऐसे फर्जीवाड़ों पर रोक लग सके और मनरेगा जैसी योजनाएं अपने वास्तविक उद्देश्य को पूरा कर सकें। यदि समय रहते ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं बरती गई, तो योजनाओं का लाभ असली हकदारों तक नहीं पहुंच पाएगा और भ्रष्टाचारियों के हौसले और बढ़ जाएंगे।