नयी शिक्षा नीति भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से जोड़ने का प्रयास

नयी शिक्षा नीति भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से जोड़ने का प्रयास

निष्पक्ष जन अवलोकन

 प्रमोद सिन्हा

 गाजीपुर। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेश तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में पी. जी. कॉलेज, मलिकपूरा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की पाँचवीं वर्षगाँठ के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी सम्पन्न हुई। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. दिवाकर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक जखनियां बेदी राम ने कहा कि “नई शिक्षा नीति समाज के गरीबों, वंचितों और अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का संकल्प है। यह नीति भारतीय समाज को नई दिशा और नई ऊर्जा प्रदान करेगी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, चंदौली के प्राचार्य प्रो. उदयन मिश्र ने अपने व्याख्यान में कहा कि “यह नीति शिक्षा को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और वैश्विक प्रतिस्पर्धा से जोड़ने का प्रयास है। इससे अनुसंधान, कौशल और मूल्य-आधारित शिक्षा को नई गति मिलेगी। विशिष्ट अतिथि पंकज दुबे ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार नहीं, बल्कि समाज में मानवीय संवेदनाओं का विस्तार भी होना चाहिए। अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो. दिवाकर सिंह ने कहा कि “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय ज्ञान परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम है। यह नीति विद्यार्थियों को केवल डिग्रीधारी नहीं, बल्कि जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक बनाने का प्रयास करती है।”कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ. सर्वेश पाण्डेय तथा डॉ. अनुज कुमार सिंह और धन्यवा ज्ञापन डॉ. शिव प्रताप यादव ने किया।