संगीत की क्रियात्मक परीक्षा सम्पन्न, विद्यार्थियों ने दिखाया शालीनता व अनुशासन का स्वर

संगीत की क्रियात्मक परीक्षा सम्पन्न, विद्यार्थियों ने दिखाया शालीनता व अनुशासन का स्वर

गोरखपुर से पधारे परीक्षक विनय प्रकाश पाण्डेय की उपस्थिति में संपन्न हुई परीक्षा, कई जनपदों से आए परीक्षार्थियों ने लिया भाग

 निष्पक्ष जन अवलोकन।

रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी।

 देवरिया। स्थानीय ग्राम पुरवा मेहड़ा स्थित पं. ठाकुर चौबे संगीताश्रम के सभागार में संगीत गायन, वादन व नृत्य की क्रियात्मक परीक्षा उत्साहपूर्वक सम्पन्न हुई। यह परीक्षा गोरखपुर से पधारे संगीत परीक्षक विनय प्रकाश पाण्डेय की देखरेख में आयोजित की गई। परीक्षा में लार, बारहज़, चौरीचौरा, बनकटा, रुद्रपुर और गोपालगंज से आए परीक्षार्थियों ने अनुशासन, शालीनता व निष्ठा के साथ सहभागिता निभाई। इस अवसर पर परीक्षक ने संगीत की उपयोगिता व संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि संगीत केवल कला नहीं, यह जीवन का संस्कार है। परीक्षा को सफल बनाने में प्रत्युष विहार रामचक, रूद्रपुर से पधारे संगीत शिक्षक बंकबहादुर कुशवाहा, प्रधानाचार्य राणाप्रताप सिंह, पं. घनश्याम ओझा, सिद्धार्थ मणि त्रिपाठी, उर्मिला यादव, दुर्गेश प्रजापति, प्रतीक सिंह, सचिन, कृष्णा, अनुज पाण्डेय, शिवेन्द्र प्रताप नारायण सिंह सहित कई अभिभावकों और विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा। विद्यालय के संरक्षक अखिलेंद्र शाही, अरुण बरनवाल, राजेंद्र जायसवाल तथा डॉ. सौरभ श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और संगीत के प्रचार-प्रसार व संरक्षण पर बल देने की बात कही। संस्था के प्रबंधक संगीताचार्य नित्यानंद ने बताया कि यह संस्थान प्रयाग संगीत समिति, प्रयागराज से संगीत में तथा प्राचीन कला केंद्र, चंडीगढ़ से फाइन आर्ट्स में परास्नातक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। उन्होंने सभी सहयोगियों, अभिभावकों, विद्यार्थियों और परीक्षक के प्रति आभार प्रकट किया।