मनेरगा में फर्जी मजदूरों की हाजिरी लगाकर सरकार के मनसूबों पर हो रहा पानी फेरने का कार्य

निष्पक्ष जन अवलोकन

मनीष 

फतेहपुर/बाराबंकी।  जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है वहीं बाराबंकी जनपद में सरकार आंख नाक कान कहे जाने वाले आला अधिकारी योगी सरकार की जड़ों में मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं। ताजा मामला ब्लॉक फतेहपुर से जुड़ा हुआ है जहां ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ग्राम प्रधान मनेरगा में फर्जी मजदूरों की हाजिरी लगाकर सरकार के मनसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं। ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में मनरेगा का कार्य चल रहा है जिसमें मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन चढ़ाई जाती है। कमोवेश ब्लॉक के सभी ग्राम पंचायतों में कम श्रमिक लगाए जाते ही या तो ठेके पर लाए जाते हैं और मस्टर रोल ज्यादा मजदूरों का भरा जा रहा है। कुछ ग्राम पंचायत में तो मनरेगा का कार्य ही नहीं कराया जाता है और केवल फोटो खींचकर अपलोड करने से ही काम चला लिया जाता है। अगर उनसे कोई ग्रामीण या पत्रकार शिकायत करता है तो उसे जांच कर कार्यवाही का आश्वासन देकर इतिश्री कर ली जाती है। लेकिन अगर कार्रवाई की बात की जाए तो शिकायत करने के कई दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।

ब्लाक फतेहपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत मंझगवां शरीफ के खाजा   खुदाई में 99 मजदूरों की मस्टरोल पर हाजिरी र्दशाई जा रही है जब कि उक्त खाजा खुदाई पर एक मजदूर तक नहीं दिखा।

बताते चलें कि विकास खंण्ड फतेहपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत मंझगवां शरीफ खुदवाये जा रहे खाजा   पर 99 मजदूर मस्टरोल पर दिखाये जा रहें हैं जब कि मौके पर एक मजदूर भी काम करता नहीं दिखा।

 इस घटना से यह साफ है कि मनरेगा योजना में मजदूरों की मजदूरी अवैध रूप से निकाले जाने की खबरें सच साबित हो रही है। खबर प्रकाशित करने के बाद इस पर मनरेगा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी डीसी मनरेगा क्या कार्रवाई करते हैं या रोज की तरह फर्जी हाजिरी लगाये जाने का सिलसिला जारी रहेगा।