निष्पक्ष जन अवलोकन राहुल शर्मा छाता मथुरा। समाधान दिवस में कुल 21 शिकायतें , दो का मौके पर ही निस्तारण। फरियादियों के बार-बार आने पर भी शिकायतों का नहीं हो रहा निस्तारण। शनिवार को छाता तहसील के सभागार में एसडीएम श्वेता की अध्यक्षता में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। वहीं मौके पर अधिकारियों ने दो शिकायतों का निस्तारण भी किया। वही उपजिलाधिकारी श्वेता ने कहा कि समाधान दिवस में, पीड़ित को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य ही जनता की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी ढंग से निस्तारण करना है। समस्या लेकर आने वाले पीड़ित लोगों का कहना है, कि सिर्फ कागजी करवाई की जा रही है, फर्जी रिपोर्ट लगाकर निस्तारण किया जा रहा है। सिर्फ समाधान दिवस कागजी खानापूर्ति पर सीमित रह गया है। बार-बार शिकायत दर्ज करने के बाद भी समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। आवेदनों को अधिकारी दूसरों के सुपुर्द करके अपनी जिम्मेदारियां से पीछे हट रहे हैं। अंत में पीड़ित थक-हार कर नेताओं के पास दौड़ने लगते हैं, वहां से भी जब न्याय नहीं मिलता तो वे निराश होकर अपनी हार मान घर बैठ जाते हैं,और सरकार को कोसते हैं। वही समाधान दिवस में मेड बंदी ना होने से परेशान होकर चौमुंहा निवासी किसान ने कहा कि राजस्व फीस जमा होने के बाद भी मेड़बंदी में देरी हो रही है और खायरा से पहुंचे किसान ने बताया कि सरकारी चकरोड पर अन्य किसान लोगों ने कब्जा किया हुआ है जल्द सरकारी चक रोड खाली कराई जाए। वही छाता के रहने वाले बल्देव , जयवीर आदि ने शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि छाता क्षेत्र में एससी केटेगरी की जमीनों को भू माफिया खरीद कर बिना आबादी कराएं ,बिना परमिशन के अवैध कॉलोनी में तब्दील कर रहे हैं। वही पीड़ित अधिवक्ता बलदेव सिंह यदुवंशी निवासी नरी ने प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मैं अपनी ससुराल शेरनगर खेराल जा रहा था तो वहां पर दबंग खनन माफियाओं के द्वारा बिना बात रोका गया फायरिंग की गई हमारे साथ मारपीट भी की गई और मेरे भाई के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई ,जिसमें मेरे भाई के काफी छोटे आई हैं ,पुलिस ने प्रार्थना पत्र ले लिया, मजबूर चिट्ठी दे दी ,मेडिकल भी कराया परंतु उसके बाद भी कोसीकलां थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है ,उल्टा हम ही लोगों को फंसा कर मुकदमा दर्ज कर दिया है।