कौवापुर काजी हाउस गौशाला की बदहाली से तड़पते गोवंश, जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर

कौवापुर काजी हाउस  गौशाला की बदहाली से तड़पते गोवंश, जिम्मेदारों की लापरवाही उजागर

निष्पक्ष जन अवलोकन। जनपद बलरामपुर विकासखंड कौवापुर के ग्राम पंचायत जयनगर स्थित जिला पंचायत गौशाला काजी हाउस की स्थिति बेहद दर्दनाक और शर्मनाक हो चुकी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गौशाला में न तो समय पर कोई देखने वाला मौजूद रहता है और न ही गोवंशों के लिए चारे-पानी की कोई व्यवस्था होती है। परिणामस्वरूप, बेजुबान गोवंश भूख-प्यास से तड़प-तड़प कर दम तोड़ रहे हैं और जिनकी जान बची है, उनकी हालत कंकाल जैसी हो चुकी है। गांव के लोग बताते हैं कि गौशाला का केयरटेकर खेदु केवल दिखावे के लिए सुबह-शाम झलक दिखाकर लौट जाता है। वास्तविक देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं की जाती। भूसे और हरे चारे के अभाव में गोवंश अपनी हड्डियों के सहारे जीने को मजबूर हैं। उनकी करुण पुकार गांववालों के दिल को दहला रही है, मगर जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी और गौशाला प्रभारी आंखें मूंदे बैठे हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि गौशाला प्रभारी चंद्रभूषण राजस्व से दूरभाष पर संपर्क साधने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर जिला पंचायत और प्रशासन की यह लापरवाही कब तक बेजुबानों की जान लेती रहेगी? जनता का कहना है कि करोड़ों की योजनाओं के बावजूद गौशालाओं में केवल कागजी खानापूर्ति हो रही है। वास्तविकता यह है कि गोवंश भूखे मर रहे हैं और जिम्मेदार अधिकारी कुर्सी की आरामगाह में सोए हुए हैं। इस दर्दनाक हालात को देखकर ग्रामीणों का भरोसा टूट रहा है और यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर यही हाल रहा तो गौशाला होना और न होना एक समान है।