संसद भवन की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगी है।

निष्पक्ष जन अवलोकन।
अनिल तिवारी।
भदोही।
संसद भवन की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगी हैlशुक्रवार को एक शख्स पेड़ पर चढ़ते हुए दीवार फांदकर अंदर घुस गया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने युवक को सही समय पर पकड़ लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपी की पहचान राम कुमार बिन्द उर्फ़ रामा हैँ और वह यूपी के भदोही जिले का निवासी हैँ। उसकी उम्र 20 साल के करीब है. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही है। पुलिस उससे आगे पूछताछ कर रही है। भदोही जिले के कोइरौना क्षेत्र के एक का रहने वाला युवक सूरत की फैक्ट्री में करता था और 3 दिन पहले सूरत से निकला था लेकिन घर नहीं पहुंचा था. रास्ते में उस का सामान भी किसी ने छीन लिया था. संसद के पास जामुन के पेड़ पर चढ़ा हुआ था, दीवार फांदकर अन्दर गया। राम कुमार बिंद बार-बार यही बोल रहा है "भटक गया, भटक गया". किसी तरह के नशे के इंफ्लूएंस में लग रहा है, बहुत मुमकिन है कि ट्रेन में जहर खुरानी गैंग ने निशाना बनाया हो। बता दें कि यह घटना संसद के मानसून सत्र के समाप्त होने के एक दिन बाद हुई है. बताया जा रहा है कि एक शख्स पेड़ के सहारे दीवार पर चढ़ा और फिर संसद भवन परिसर के अंदर कूद गया. रेल भवन की तरफ से इस व्यक्ति ने दीवार फांदी. इसके बाद वह नई संसद भवन के गरुड़ द्वार तक पहुंच गया। एक बार फिर से संसद की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल नई संसद की दीवार करीब 20 मीटर ऊंची है. हर कोने पर मोर्चे होते हैं ,जिनमें सुरक्षा के जवान होते हैं ,जिनका काम दीवारों और बाहर की निगरानी का है. उसके बाद भी शख्स पेड़ पर चढ़ गया. यही नहीं चढ़ने के बाद 20 मीटर ऊंची दीवार से नीचे कूदा गया. वहां से 15 मीटर दूर गरुड़ द्वार तक पहुंच गया। 2023 में भी संसद हमले के बरसी के दिन भारी सुरक्षा चूक की घटना हुई थी, सागर शर्मा और मनोरंजन डी, दो युवक संसद में जारी कार्यवाही के बीच लोकसभा कक्ष में घुस गए थे. इन लोगों ने संसद में दर्शक दीर्घा से कूदने के बाद लोकसभा कक्ष के अंदर पीले धुएं का गुब्बार फोड़ा था। हालांकि, सदन में मौजूद सांसदों ने दोनों को दबोच लिया था. उसी समय, संसद के बाहर नीलम आजाद और अमोल शिंदे ने धुआंधार गुब्बारे भी फोड़े और नारे लगाए। इस मामले में कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई. अन्य दो आरोपियों में महेश कुमावत और ललित झा शामिल थे. ललित झा को पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड माना जाता है। दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा चूक मामले में पटियाला हाउस कोर्ट में 900 पन्नों से अधिक की चार्जशीट दायर की थी।