प्रयागराज संगम नगरी मे निर्जला एकादशी पर श्रद्धालुओं ने संगम मे लगाई आस्था कि डुबकी

निष्पक्ष जन अवलोकन ।रत्नेश सारस्वत ।प्रयागराज: - प्रयागराज मे निर्जला एकादशी के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा ,श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन त्रिवेणी मे आस्था की डुबकी लगाई।इसके साथ ही निर्जला व्रत रखकर भगवान विष्णु और राधा कृष्ण की विधि पूर्वक पूजा की गई। संगम पर डुबकी के साथ ही दीपदान और अनुष्ठान भी हो रहे है हिन्दू धर्म मे एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशीयां होती है ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है इस व्रत मे पानी का पीना वर्जित है गंगा दशहरा के बाद यह दूसरे स्नान पर्व निर्जला एकादशी कआ है जहा संगम पर चहल -पहल बढ़ गई है भोर से ही श्रध्दालु प्रयागराज के अलावा मध्य प्रदेश, पूर्वाचल के कई जिलो के लोग आज के दिन संगम मे डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं इससे आभास होता है कि ग्रीष्म ऋतु का आगमन हो चका है मान्यता है कि ग्रीष्म ऋतु मे जरूरतमंदों को अपनी जरूरत की चीजे दान करने से सौ गुना फल मिलता है इस पावन मौके पर राधारमण शर्मा, कृष्णकान्त शर्मा, विद्याभूषन शर्मा, देवेश शर्मा, अवनीश तिवारी, अभिषेक मिश्रा, रंजीत,सौरभ पंडित, पियूष, माधव पंडित ने आस्था कि डुबकी लगाई।