टीबी मुक्त सिंगरौली की ओर बड़ा कदम स्कूलों में जागरूकता और गांव-गांव तक पहुँचाई जा रही है एक्स-रे सुविधा

निष्पक्ष जान अवलोकन! सोनू वर्मा! सिंगरौली /प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत सिंगरौली जिले को टीबी से पूरी तरह मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग, शिक्षा विभाग के सामूहिक प्रयास जारी है। इस अभियान में जिले के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष कैंपों का आयोजन किया जा रहा है, जहां संभावित टीबी रोगियों की पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से तुरंत स्क्रीनिंग और जांच की जा रही है। पहले ग्रामीणों को एक्स-रे कराने के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक आना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा गांव-गांव तक पहुँचाई जा रही है, जिससे ग्रामीणों को त्वरित जांच और उपचार का लाभ मिल रहा है।इस अभियान में सीएचओ कार्यकर्ता , एसटीएस, एसटीएलएस की भूमिका अहम रही है। वे घर-घर जाकर संभावित टीबी मरीजों का चिन्हांकन कर रहे हैं और उनके सैंपल एकत्र कर जांच केंद्रों तक ट्रांसपोर्ट एजेंसी के माध्यम से पहुंचवा रहे हैं। इसके साथ ही जिले की सभी स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें बच्चों को टीबी के लक्षण, उपचार की प्रक्रिया और सरकार द्वारा दी जाने वाली मुफ्त सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। टीबी मुक्त अभियान में कोल माइंस क्षेत्र के कर्मचारियों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि वहां कार्यरत श्रमिक भी सुरक्षित रह सकें। वर्तमान में जिला क्षय केंद्र के माध्यम से गांव-गांव विशेष जांच शिविर लगाकर व्यापक स्क्रीनिंग की जा रही है।ग्रामीणों का कहना है कि पहले जहां जांच और इलाज के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, वहीं अब यह सुविधाएं नजदीक उपलब्ध होने से उन्हें राहत मिली है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि ऐसे ठोस प्रयासों से सिंगरौली को जल्द ही टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।