शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की तय होगी जिम्मेदारी: अर्चना पटेल

निष्पक्ष जन अवलोकन। अखिलेश कुमार
ललितपुर।
शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी तय: अर्चना पटेल
लगातार लम्बित चल रही शिकायतों का अगली सुनवाई तक निस्तारण कराने के दिये निर्देश
गरीब असहाय व्यक्तियों को दिलायें सरकारी योजनाओं का लाभ, विभाग में ही आवेदन कराने की व्यवस्था करायें अधिकारी: सदस्या, उ0प्र0 राज्य महिला आयोग
महिला जनसुनाई के दौरान सदस्या ने पीड़िताओं को त्वरित न्याय दिलाने हेतु अधिकारियों को दिये निर्देश
*महरौनी तहसील में जनचौपाल कर फरियादियों की समस्याएं सुनी* ---------------------------------------------------
ललितपुर। बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती अर्चना पटेल ने विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने के उद्देश्य में महिला जनसुनवाई की। उन्होंने महिलाओं की समस्याओं को एक-एक कर गंभीरतापूर्वक सुना और उपस्थित अधिकारियों को त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान एवं उप जिलाधिकारी अभीजीत सिंह ने सदस्या को बुके भेंट कर स्वागत किया। जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों की कम उपस्थिति पर सदस्या ने घोर नाराजगी जाहिर की और निर्देश दिये कि आगामी जनसुनवाई में यदि ये स्थिति देखी गई तो सम्बंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। मौके पर प्रार्थना पत्रों की समीक्षा में पाया गया कि कई शिकायतें विगत कई जनसुनवाईयों से लगातार लंबित चली आ रही हैं, जिनमें एक शिकायत स्वास्थ्य विभाग की थी, सदस्या ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि शिकायत का तत्काल निस्तारण कराकर अवगत करायें। उन्होंने कहा कि कई फरियादी दूरस्त क्षेत्रों से आते हैं और अपनी पीड़ा बताते हैं, साथ ही कई फरियादी तो आने में भी सक्षम नहीं हैं, फोन पर ही अपनी समस्या बता पाते हैं। ऐसे व्यक्तियों की समस्या का यदि समाधान नहीं होता तो जनसुनवाई का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि उक्त शिकायतों का अगली सुनवाई से पूर्व निस्तारण हो जाना चाहिए अन्यथा आपकी कार्यशैली से सरकार को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि कोई पात्र व्यक्ति योजनाओं के आवेदन करने में सक्षम नहीं हैं और बार-बार विभाग के चक्कर लगा रहे हैं तो मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए विभागीय अधिकारी उनका आवेदन भरवाने की व्यवस्था करायें और उन्हें योजना का लाभ दिलायें।
उन्होंने जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार आपको अपना बेटा प्यारा होता है, उसी प्रकार अपनी बहु को भी बेटी के समान सम्मान दें और बहुएं भी अपने ससुराल को अपने माता-पिता का घर समझकर ही सबका सम्मान करें। विगत जनसुनवाई में एक महिला फरियादी ने राशन कार्ड की मांग की थी, जिसे सदस्या के द्वारा आज राशनकार्ड प्रदान किया गया और फरियादियों को भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा दिये गए प्रार्थना पत्रों पर अवश्य कार्यवाही होगी। जनसुनवाई के दौरान मुख्यतः पुलिस, घरेलू हिंसा, आवास, राशन व राजस्व सहित विभिन्न विभागों से सम्बंधित कुल 65 प्रार्थना पत्र आये। इसी दौरान ग्राम कल्यानपुरा से अनेकों महिलाएं राशन कार्ड की मांग को लेकर उपस्थित हुईं, जिनकी बात सुनते हुए सदस्या ने मौके पर उपस्थित जिला पूर्ति अधिकारी को सर्वे कराकर लाभार्थियों के राशन कार्ड बनवाने के निर्देश दिये।
*जनचौपाल*
जनसुनवाई के बाद सदस्या ने महरौनी तहसील सभागार में जनचौपाल कर ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, असहाय व जरुरतमंद व्यक्तियों की समस्याओं को सुना। उन्होंने सभी फरियादियों की शिकायतों का गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देशित किया। जनचौपाल के दौरान कुल 14 शिकायतें प्राप्त हुईं। इस अवसर पर बेगा जाति के लोगों ने सदस्या को जाति प्रमाण पत्र जारी कराने हेतु ज्ञापन सौंपा, जिस पर सदस्या ने मौके पर ही जिलाधिकारी महोदय से दूरभाष पर वार्ता कर प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही कराने हेतु वार्ता की। यहां पर उप जिलाधिकारी महरौरी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी सदर अजय कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी नन्दलाल सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी नीरज सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी उमेश कुमार मिश्रा, महिला थाना अध्यक्ष स्वाती शुक्ला, अपना दल प्रदेश सचिव ज्वाला पटेल, प्रदेश सचिव कपूर पटेल, जिला महासचिव राजेन्द्र सिंह यादव, पूर्व जिला उपाध्यक्ष नन्दकिशोर राजपूत, महरौनी विधानसभा अध्यक्ष संतोष पटेल, जिला सचिव विवेक पटेल, जिलाध्यक्ष एससी/एसटी मंच अपनादल विक्रम अहिरवार, सोहर पटेल, प्रिंस पटेल, श्रेयांश, जितेन्द्र पटेल, पृथ्वीराज पटेल, रामबाबू बुनकर, आशाराम अहिरवार, बृजनन्दन सैनी, भागीरथ राजपूत, चन्द्रपाल सिंह राजपूत, कुसुम सहरिया, हरकुंवर सहरिया, पार्वती सहरिया, सिम्मा सहरिया, ठाकुरदास सहरिया, भगवत कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।