मारपीट में घायल महिला की इलाज के दौरान मौत, परिजनों में कोहराम

झूठे आरोप से शुरू हुआ विवाद बना जानलेवा हमला, दो नाबालिग बच्चों से छिनी माँ की ममता* निष्पक्ष जन अवलोकन। रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी। रूद्रपुर, देवरिया | थाना सुरौली के ग्राम कोइलगढहा (विलगढवा टोला) में एक महिला की मौत ने प्रशासनिक संवेदनहीनता की पोल खोल दी है। मृतका फूलकुमारी देवी (35) पत्नी राकेश निषाद, जो दो नाबालिग बच्चों की माँ थीं—अभिषेक (14) और अंकित (12)—अब इस दुनिया में नहीं रहीं। शुक्रवार को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घटना की शुरुआत 29 मार्च को हुई थी, जब फूलकुमारी देवी ने थाना सुरौली में एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने अपने पटीदार अंगद निषाद, धनंजय, शुभम साहनी, रेशमी देवी व रामवदन सहित अन्य पर गाली-गलौज, लाठी-डंडे से हमला करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था। हमले में उन्हें, उनके पति राकेश निषाद व उनके बेटे अंकित को गंभीर चोटें आई थीं। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस द्वारा तत्काल कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। इलाज के दौरान फूलकुमारी की हालत बिगड़ती चली गई और अंततः शुक्रवार को उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने अब शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अब मृतका के मासूम बच्चे—अभिषेक और अंकित—माँ के बिना बेसहारा हो गए हैं।