जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत उत्पादों का निर्माण करने वाले हस्तशिल्पियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।जिलाधिकारी पुलकित गर्ग की अध्यक्षता में एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत उत्पादों का निर्माण करने वाले हस्तशिल्पियों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित हस्तशिल्पियों से परिचय प्राप्त करते हुए उनके कार्यों एवं समस्याओं के संबंध में विस्तृत जानकारी ली गई। जिलाधिकारी ने हस्तशिल्पियों से ओडीओपी उत्पादों की मांग के संबंध में जानकारी ली, जिस पर हस्तशिल्पियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान में उनके उत्पादों की मांग में वृद्धि हुई है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न समारोहों एवं शासकीय कार्यक्रमों में एक जनपद एक उत्पाद के अंतर्गत निर्मित वस्तुओं को ही उपहार स्वरूप प्रदान किया जा रहा है, जिससे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिल रहा है। बैठक के दौरान हस्तशिल्पियों ने खिलौना निर्माण हेतु लकड़ी की उपलब्धता में आ रही समस्या से अवगत कराया। इस पर जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग को निर्देशित किया कि संबंधित प्रभागीय वना अधिकारी को पत्र प्रेषित कर समस्या का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि ओडीओपी योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिए कि सांडा से समन्वय स्थापित करते हुए रामघाट में निर्माणाधीन सरकारी दुकान में ओडीओपी उत्पादों के लिए स्थान आवंटित कराया जाए, साथ ही मानिकपुर रेलवे स्टेशन पर भी ओडीओपी से संबंधित एक दुकान स्थापित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में हस्तशिल्पियों द्वारा कुछ बैंकों में ऋण स्वीकृति में आ रही समस्याओं की जानकारी दी गई, जिस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि संबंधित मामलों का शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग को यह भी निर्देश दिए कि सांडा के माध्यम से जनपद के सभी होटलों में एक जनपद एक उत्पाद से संबंधित एक विशेष विंडो अनिवार्य रूप से स्थापित कराई जाए, जिससे उत्पादों का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित हो सके। जिलाधिकारी ने हस्तशिल्पियों को निर्देशित किया कि ओडीओपी के अंतर्गत निर्मित खिलौनों एवं अन्य उत्पादों में आकर्षक डिजाइनिंग एवं उच्च गुणवत्ता की पैकेजिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को आकर्षित करने वाले खिलौनों के साथ-साथ गृह सजावट (डेकोरेशन) से संबंधित वस्तुओं का भी निर्माण किया जाए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने हस्तशिल्पियों से जेम पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराने का आह्वान किया, जिससे ऑनलाइन माध्यम से उत्पादों की बिक्री एवं मांग में और अधिक वृद्धि हो सके। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन ओडीओपी योजना के अंतर्गत हस्तशिल्पियों को हर संभव सहयोग प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी देवी प्रसाद पाल, उपायुक्त उद्योग एश के केसरवानी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।