रायबरेली में दबंगों का आतंक: हथियारों से लैस होकर परिवार पर हमला, जान से मारने की धमकी पीड़ित ने एसपी से लगाई गुहार, पुलिस कार्रवाई पर भी उठाए सवाल मिलएरिया थाना क्षेत्र के ग्राम सन्दे नांगिन का मामला

रायबरेली में दबंगों का आतंक: हथियारों से लैस होकर परिवार पर हमला, जान से मारने की धमकी पीड़ित ने एसपी से लगाई गुहार, पुलिस कार्रवाई पर भी उठाए सवाल मिलएरिया थाना क्षेत्र के ग्राम सन्दे नांगिन का मामला

निष्पक्ष जन अवलोकन 

रायबरेली। जिले के मिलएरिया थाना क्षेत्र में दबंगई का एक गंभीर मामला सामने आया है। ग्राम सन्दे नांगिन निवासी मो. अब्बास ने अपने परिवार पर हुए हमले, मारपीट, गाली–गलौज और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

प्रार्थना–पत्र के मुताबिक घटना 7 नवंबर की रात लगभग 10 बजे की है, जब प्रार्थी के पुत्र कमाल अहमद और उसकी पत्नी के साथ विपक्षी घर में घुस आए। आरोप है कि दबंग हाथ में फर्सा व धारदार हथियार लिए हुए थे और आते ही गंदी गालियां देते हुए पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने लगे। घर खाली करने का दबाव बनाते हुए उन्होंने मारपीट शुरू कर दी, जिससे परिजन भयभीत होकर किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे।

मो. अब्बास ने कहा कि दबंगों ने महिलाओं तक को नहीं छोड़ा। यहां तक कि बच्चों को भी धमकी दी गई कि शिकायत करने पर उन्हें रातों–रात गायब कर दिया जाएगा। पीड़ित का आरोप है कि विपक्षी पहले भी कई गंभीर मुकदमों में नामजद रहे हैं और गैंगस्टर व फौजदारी अपराधों का धौंस दिखाते हुए खुलेआम दबंगई करते हैं।

प्रार्थी के अनुसार, मुख्य आरोपी जगजीवन उर्फ राम आसरे जिला बाराबंकी से जिला बदर अपराधी है, जो इस समय रायबरेली में रहकर गलत तत्वों के साथ घूमता है और किसी भी समय बड़ी घटना कर सकता है। परिवार का कहना है कि वे लगातार दहशत में जीने को मजबूर हैं।

पीड़ित ने पुलिस पर भी उठाए सवाल

मो. अब्बास ने कहा कि उनका पुत्र पहले भी डिघीया चौकी में आरोपी के व्यवहार और धमकियों की शिकायत कर चुका है। इसके अलावा मिल एरिया थाना में भी लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन न तो कोई मुकदमा दर्ज हुआ और न ही पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई की। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही बढ़ती हुई घटनाओं को बढ़ावा दे रही है।

एसपी से निष्पक्ष जांच और सुरक्षा की मांग

घटना से भयभीत परिवार ने एसपी रायबरेली से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच, आरोपियों पर कठोर कार्रवाई और परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था करने की मांग की है। पीड़ित का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई न हुई तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।