एनसीएल जयंत परियोजना में कोयले के ग्रेड में हेराफेरी के पीछे काैन ? चार नंबर डी०ओ कांटा दे रहा है छूट जयंत परियोजना का चार नंबर DO कांटा सुर्खियों

निष्पक्ष जान अवलोकन! सोनूवर्मा! सिंगरौली/एक तरफ देश कोयले की किल्लत से जूझ रहा है. जिसकी वजह से दर्जन से ज्यादा राज्यों में ब्लैक आउट का संकट मंडरा रहा है वही एनसीएल जयंत परियोजना के 4 नंबर DO काटा में कोयले के ग्रेड में हेरा-फेरी का मामला सामने आया है। सूत्रों का कहना है कि इन ट्रकों पर कम कीमत वाली आर-ओएम की जगह पर अधिक कीमत वाली स्टीम ग्रेड का कोयला लोड किया जा रहा है कोयले की हेरा-फेरी में डिस्पैच के अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं? एनसीएल जयंत परियोजना में कोयला चोरी में अधिकारियों की मिलीभगत से ही एनसीएल एवं राज्य सरकार को राजस्व का करोड़ का नुकसान हो रहा है सूत्र का कहना है कि डिस्पैच के अधिकारीयों कि मिली भगत से कोयले के स्टीम ग्रेड में बदलाव कर निजी कंपनी,व मंडी की गाड़ियां, रेलवे स्लाइडिंग, पावर प्लाटों को सप्लाई होने वाले कोयला डिस्पैच में लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। वैसे भी एनसीएल का जयंत परियोजना में कोयला ग्रेड में छुट,एवं डीजल कबाड़ सहित अन्य मामलों को लेकर पहले भी चर्चा में रहा है? जयंत परियोजना में कोयला ग्रेड में हो रही हेराफेरी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस हेराफेरी से एनसीएल एवं राज्य सरकार दोनों को राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। इसमें लाखों रुपए का खेल बताया जा रहा है।इस काले कारनामें में परियोजना के अधिकारियों से लेकर मुख्यालय तक के अफसरों की मिलीभगत है। जिससे कारोबार में हर रोज बढ़ावा हो रहा है? *चुप्पी साधे हैं आला अफसर* जिले में अवैध कारोबार पर रोक लगाने के लिए आला अधिकारी निर्देश देते हैं टीम गठित किया जाता है बिजनेस की टीम आती भी है और खाना-पूर्ति करके चली जाती है इस बात का खौफ रहता है कि फटकार मिलेगी और कार्रवाई होगी। मगर, यहां परियोजना से लेकर मुख्यालय तक काले धंधे में डुबकी लगा रहा है। आखिर ऐसा क्या वजह है कि कोल माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस रहे हैं। इससे अफसरों का भी कुछ नाता हो सकता है। यही कारण है कि इन दिनों जिला अवैध कारोबार से अछूता नहीं है। चर्चा ये भी है कि खनिज विभाग की चुप्पी से ये खेल लंबे समय से चल रहा है. शायद यही वजह है कि काले हीरे के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लग रहा है. जिससे शासन को करोड़ों की राजस्व की क्षति हो रही है।