किसानों को सिंचाई, बिजली, पानी की आपूर्ति पर विशेष निगरानी हेतु उच्चाधिकारियों को कड़े निर्देश

किसानों को सिंचाई, बिजली, पानी की आपूर्ति पर विशेष निगरानी हेतु उच्चाधिकारियों को कड़े निर्देश

निष्पक्ष जन अवलोकन। अखिलेश कुमार

 *मण्डलायुक्त ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जनपद के विकास कार्यों की जानी हकीकत*

कार्यालय से असंतुष्ट होकर न जाने पाये कोई भी फरियादी, निस्तारण के साथ करें उचित मार्गदर्शन: मण्डलायुक्त

  किसानों को सिंचाई में न हो कोई परेशान, बिजली, पानी की आपूर्ति पर विशेष निगरानी हेतु उच्चाधिकारियों को दिये निर्देश

 *स्वास्थ्य विभाग की नकारात्मक खबरों पर सीएमओ व प्रचार्य से जतायी नाराजगी, सुधार के दिये निर्देश*

 *जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण सड़कों की मरम्मत पर विशेष फोकस, अभियंताओं को सर्वे कर सूची उपलब्ध कराने के दिये निर्देश*

 *एनएचआई 44 पर कैलगुवॉ तिराहे पर निर्माणाधीन ऑवरब्रिज की धीमी प्रगति पर ठेकेदार को लगायी फटकार, 15 जनवरी तक का दिया अल्टीमेटम* 

ललितपुर।  मण्डलायुक्त झांसी मण्डल/नोडल अधिकारी बिमल कुमार दुबे ने जिलाधिकारी ललितपुर सत्य प्रकाश के साथ आज शुक्रवार को कलैक्ट्रेट सभागार में जनपद के विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासन की मंशानुसार आपके परफॉरमेंस और डिलिवरी में भिन्नता नहीं होनी चाहिए, इसके लिए विभागीय लक्ष्यों की पूर्ति के साथ साथ कार्यालय में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का संतुष्टि भी जरुरी है। *उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि आपके कार्यालय से कोई जनता का व्यक्ति असंतुष्ट होकर जा रहा है तो यह आपके दायित्वों की पूर्ति में लापरवाही को दर्शाता है, यदि व्यक्ति की समस्या का समाधान आपके विभाग से सम्भव नहीं है तो उसका सही मार्गदर्शन करें और सम्बंधित अधिकारी से वार्ता कर आवेदक को उनके कार्यालय पहुंचाएं, ताकि आवेदन आपके यहां से संतुष्ट होकर जाए। इसके साथ ही प्रत्येक अधिकारी अपने मोबाइल में आईजीआरएस पोर्टल एप डाउनलोड कर प्रतिदिन शिकायतों का स्वयं संज्ञान लें, ताकि जनशिकायतों का प्रभावी निस्तारण किया जा सके।* मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि अगली समीक्षा बैठक को स्लॉट्स में आयोजित करायें, जिसमें सभी विभागीय अधिकारियों से उनके विभाग के पोर्टल खुलवाकर देखे जायें कि वे उनका संचालन कर पा रहे हैं या नहीं। अधिकारियों द्वारा बतायी गई स्थिति और क्षेत्र की वास्तविक स्थिति क्षेत्र की जनता व वहां के जनप्रतिनिधियों से जानी जाए। इसके उपरान्त उन्होंने विभागीय कार्यों की समीक्षा की, जिसमें विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में हो रही आपूर्ति पर मण्डलायुक्त ने असंतोष व्यक्त किया, उन्होंने कहा कि आये दिन समाचार पत्रों में और किसानों के द्वारा सिंचाई के लिए बिजली की अनुपलब्धता की शिकायतें आती रहती हैं, क्षेत्र में या तो बिजली कुछ ही समय आती है या कम वोल्टेज के कारण सिंचाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिये कि वे प्रतिदिन क्षेत्र में की जा रही आपूर्ति, वोल्टेज और ट्रांसफार्मर बदले जाने के कार्यों की निगरानी करें और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से उनका सत्यापन भी करायें, जहां समस्या आ रही है उन क्षेत्रों की सूची बनाकर टीम लगाकर निस्तारण सुनिश्चित करायें। इसके साथ ही आपके विभाग के सभी कार्यों से सम्बंधित एक प्रजेन्टेशन बनाकर उपलब्ध करायें। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने विगत एक माह की समाचार पत्रों की निगेटिव कटिंग दिखाते हुए प्राचार्य मेडिकल कॉलेज और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के प्रति नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समाचारों का प्रकाशन बार-बार होना यह दर्शाता है कि व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है और अफसर इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, पूरे मण्डल में ललितपुर की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सबसे अधिक खराब है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए दोनो अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने चिकित्सकों व अधीनस्थ स्टाफ के कार्यों की सघन निगरानी करें। उन्होंने आगामी 26 जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए निर्देश दिये कि जिले की सभी चिक्त्सिा इकाईयों पर चिकित्सा, बिजली, पानी, सफाई सहित सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करा ली जाए, 26 जनवरी को सभी चिकित्सा इकाईयों पर पूरी भव्यता के साथ गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित जिले की सभी चिकित्सा इकाईयों पर फीडबैक सिस्टम लगवाया जाए, ताकि लोग फीडबैक के जरिए बता सकें कि उन्हें यहां आने पर कैसा लगा, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार के लिए यह जानना बेहद जरुरी है कि जनता हमारे बारे में क्या सोचती है। मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि जिला स्तरीय अधिकारियों की एक टीम बनाकर 26 जनवरी तक कम से कम 04-04 बार चिकित्सा इकाईयों का निरीक्षण करायें और व्यवस्थाओं का भौतिक सत्यापन कराते हुए रिपोर्ट प्रेषित करें। उन्होनंे यह भी निर्देश दिये कि चिकित्सा इकाईयों पर बच्चे के जन्म के 24 घण्टे के भीतर हैपिटाइटिस बी का टीका लग जाना चाहिए, यदि कहीं पर निर्धारित समय में बच्चे को टीका नहीं लगाया जा रहा है तो ऐसे चिकित्सक व कर्मचारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। मण्डलायुक्त ने सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए बताया कि क्षेत्र में किसानों द्वारा टेल तक पानी न पहुंचने की शिकायतें की जा रही हैं, उन्होंने अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिये कि नहर परियोजनाओं के अंतिम ग्रामों को प्राथमिकता पर लेते हुए उनमें जल की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए, ताकि किसान खेतों की सिंचाई समय से कर सकें। जल जीवन मिशन के अंतर्गत मण्डलायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, उन्होंने अधिशासी अभियंता को तलब करते हुए निर्देश दिये कि ऐसे ग्रामों का निरीक्षण कर उनकी सूची उपलब्ध करायें ताकि रुटमैप बनाकर उन पर कार्य किया जा सके। कृषि विभाग की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि फसल बीमा के प्रकरणों में बिना टीए और लेखपाल के हस्ताक्षर के कोई भी क्लेम पास नहीं होना चाहिए, यदि ऐसा मामला संज्ञान में आया तो सम्बंधित बैंक की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उप निदेशक कृषि व जिला कृषि अधिकारी इसकी सघन निगरानी करें। मूंगफली किसानों के भुगतान के प्रकरण में उन्होंने एआर कॉपरेटिव को निर्देश दिये कि शासन से 10 करोड़ की धनराशि भेजी गई है, इसे जल्द से जल्द किसानों के खातों में भेजने की कार्यवाही करें। बैठक में जिलाधिकारी ने मण्डलायुक्त को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा जो दिशा-निर्देश दिये गए हैं उनका अक्षरशः पालन सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आभार प्रकट किया गया। बैठक के पूर्व मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी के साथ एनएच आई 44 पर कैलगुवॉ रोड तिराहे पर निर्माणाधीन ऑवरब्रिज का निरीक्षण किया, जहां कार्य में धीमी गति पायी जाने पर ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिये कि 15 जनवरी तक इस ऑवरब्रिज पर अपनी गाड़ी के साथ हमारी गाड़ी भी पास करानी होगी, अन्यथा की दशा में ठेकेदार के साथ ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी के प्राजेक्ट मैनेजर पर भी होगी कार्यवाही। बैठक में ज्वाइंट कमिश्नर, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज, डीआईओएस, बीएसए, डीआईओ, डीपीओ सहित अन्य सभी विभाओं के अधिकारीगण उपस्थित रहे।