पुरानी पेंशन की मांग पर आंदोलनरत शिक्षकों-कर्मचारियों पर FIR, विरोध में कार्यस्थलों पर जलाई गई प्रतियां
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर अटेवा व NMOPS पदाधिकारियों पर दर्ज FIR के विरोध में गोरखपुर के शिक्षकों ने कार्यस्थल पर प्रतियां जलाकर विरोध जताया। जिला अध्यक्ष सुनील दूबे ने सरकार की निंदा की।
विभव पाठक
निष्पक्ष जन अवलोकन
गोरखपुर। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सक्रिय अटेवा पेंशन बचाओ मंच और NMOPS (नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम) से जुड़े राष्ट्रीय पदाधिकारियों पर 25 नवंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुए धरना-प्रदर्शन के बाद दर्ज की गई FIR के विरोध में आज गोरखपुर के सभी शिक्षक-कर्मचारियों ने कार्यस्थलों पर प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने FIR की प्रतियां जलाकर सरकार के निर्णय के प्रति अपना आक्रोश जताया।
इस विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता अटेवा गोरखपुर के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार दूबे ने की। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र में बेहद चिंताजनक स्थिति है कि जब कर्मचारी अपनी समस्याओं और मांगों को शांतिपूर्ण तरीके से रखना चाहते हैं, तो उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दबाव बनाया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि नई पेंशन व्यवस्था से कर्मचारियों का भविष्य असुरक्षित हो रहा है और पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी तरह न्यायसंगत है।
दूबे ने कहा कि जब कर्मचारी नई दिल्ली में रामलीला मैदान की मांग कर रहे थे, तब उन्हें जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई, लेकिन इसके बाद सरकार द्वारा झूठा केस दर्ज कर कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन करार देते हुए गंभीर शब्दों में निंदा की।
संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने भी सरकार के कदम को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि FIR दर्ज करके पुरानी पेंशन आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। उनका कहना था कि कर्मचारियों की एकजुटता और बढ़ती जागरूकता से यह आंदोलन और मजबूत होगा।
प्रदर्शन में उपस्थित शिक्षकों और कर्मचारियों ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली उनकी प्राथमिक मांग है और इसे पूरा कराने के लिए आगे भी संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि FIR जैसी कार्रवाई सिर्फ आंदोलन को और तेज करने का काम करेगी।
इस कार्यक्रम में सुनील कुमार दूबे, ज्ञान प्रकाश सिंह, संतोष पाठक, राजकुमार, अवनींद्र कुमार सिंह, शिव प्रसाद शर्मा, मनोज कुमार शर्मा, अर्जुन गुप्ता, विरेंद्र प्रसाद, सुरेश कुमार भारती, विजय कुमार कुशवाह, दिलीप कुमार, पूनम, यादवेन्द्र यादव, मेवा लाल मौर्य, शमशेर सिंह, वरुण दूबे सहित विभिन्न विभागों के अनेक कर्मचारी एवं पदाधिकारी शामिल रहे।
शिक्षक-कर्मचारियों का कहना है कि पुरानी पेंशन बहाली तक यह संघर्ष जारी रहेगा और आने वाले दिनों में आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। जिलेभर में आज हुए इस विरोध प्रदर्शन ने पुरानी पेंशन आंदोलन की मजबूती को एक बार फिर सामने रखा है।